Moscow Drone Attack Indian Delegation से जुड़ी एक बड़ी खबर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है। रूस (Russia) ने गुरुवार को जानकारी दी कि बीते तीन दिनों में देशभर में उसे कम से कम 485 ड्रोन हमलों (Drone Attacks) का सामना करना पड़ा है। इसमें अकेले मॉस्को (Moscow) और उसके आसपास के क्षेत्रों में 63 ड्रोन हमले की कोशिशें की गईं। खास बात यह रही कि भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल जैसे ही मॉस्को पहुंचने वाला था, ठीक उससे पहले ही वहां फिर से ड्रोन हमले की आशंका से हड़कंप मच गया।
इस हमले की वजह से भारतीय सांसदों को लेकर रूस जा रही फ्लाइट को मॉस्को एयरस्पेस (Moscow Airspace) में कई घंटों तक चक्कर लगाना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन अटैक के चलते मॉस्को एयरपोर्ट (Moscow Airport) को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। यही वजह रही कि भारतीय सांसदों के डेलिगेशन की फ्लाइट को उतरने की अनुमति नहीं दी गई और विमान को देर तक हवा में ही मंडराना पड़ा।
इस डेलिगेशन का नेतृत्व डीएमके (DMK) सांसद कनिमोझी (Kanimozhi) कर रही हैं। उनके साथ भारत के सर्वदलीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल रूस की यात्रा पर निकला है। फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग के बाद रूस में भारतीय दूतावास (Indian Embassy in Russia) के अधिकारियों ने सभी सांसदों का एयरपोर्ट पर स्वागत किया और उन्हें सुरक्षित होटल तक पहुंचाया।
रूस यात्रा के अलावा, सांसद कनिमोझी इस प्रतिनिधिमंडल के साथ स्पेन (Spain), ग्रीस (Greece), स्लोवेनिया (Slovenia) और लातविया (Latvia) भी जाएंगी। इस दौरे का उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)” के बारे में जानकारी साझा करना है। साथ ही, प्रतिनिधिमंडल इन देशों को दक्षिण एशिया (South Asia) की क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर भारत की स्थिति भी स्पष्ट करेगा।
रूस में हुए इस ड्रोन हमले की स्थिति और भारत के सांसदों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जाहिर की जा रही है। हालांकि, विमान की सुरक्षित लैंडिंग और सांसदों के सकुशल होटल पहुंचने के बाद राहत की सांस ली गई। यह घटना अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और सुरक्षा के लिहाज से अहम मानी जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब भारत क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा पर अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए इन देशों की यात्रा कर रहा है।






