Operation Sindoor : भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने पाकिस्तान (Pakistan) और पीओके (PoK) के आतंकी और सैन्य ढांचों को करारा झटका दिया है। सेना के अनुसार, जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के कुपवाड़ा ज़िले (Kupwara District) के तंगधार (Tangdhar) सेक्टर से लगी नियंत्रण रेखा (LoC) पर मई के दूसरे सप्ताह में की गई जवाबी कार्रवाई में लीपा घाटी (Leepa Valley) में मौजूद पाकिस्तानी सेना के कम से कम तीन सैन्य पोस्ट, गोला-बारूद डिपो, ईंधन भंडारण केंद्र और तोपखाने जैसे प्रमुख सैन्य ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया।
सेना अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस सैन्य संरचना को पाकिस्तान दोबारा खड़ा करने में कम से कम 8 से 12 महीने का वक्त लेगा। चिनार कोर (Chinar Corps) की इस आक्रामक रणनीति ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य केवल जवाब देना नहीं था, बल्कि दुश्मन के महत्वपूर्ण संसाधनों को पूरी तरह निष्क्रिय करना था।
भारतीय सेना की रणनीति बेहद सटीक रही। जब पाकिस्तान ने भारी हथियारों और हवाई साधनों से हमले किए, तो भारत की एयर डिफेंस और ‘आकाशदीप’ रडार प्रणाली ने इन प्रयासों को पूरी तरह विफल कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने उन्हीं ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। रिपोर्ट के अनुसार, इस ऑपरेशन में 64 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 96 घायल हुए।
सेना ने स्पष्ट संदेश दिया कि हर सीज़फायर उल्लंघन का जवाब तीन गुना ताकत से दिया जाएगा। 7 मई को मुज़फ्फराबाद (Muzaffarabad) के पास केवल 25 मिनट चले हमले में भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।
सेना अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान एक पाकिस्तानी ब्रिगेड कमांडर ने मस्जिद से सैनिकों को संदेश भेजा: “पहले जानें बचाओ, दफ्तर बाद में खुलेंगे।” पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारत पर पलटवार करने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी। अंततः 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम (Ceasefire) पर सहमति बनी।
इस ऑपरेशन ने न सिर्फ आतंक के ठिकानों को खत्म किया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य रणनीति और आत्मविश्वास दोनों को गहरी चोट दी है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब सटीक और निर्णायक तरीके से देने को तैयार है।






