Kartarpur Corridor Closed — जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले और भारत की पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद गुरदासपुर (Gurdaspur) स्थित करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। यह कॉरिडोर सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान (Pakistan) में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे (Kartarpur Sahib Gurdwara) तक बिना वीजा के यात्रा की अनुमति देता है। बुधवार को यहां से 491 श्रद्धालु पाकिस्तान जाने वाले थे, लेकिन डेरा बाबा नानक (Dera Baba Nanak) स्थित इमिग्रेशन चेक पोस्ट (Immigration Check Post) पर 170 श्रद्धालुओं को रोककर वापस लौटा दिया गया।
पहलगाम हमले के बाद भले ही पाकिस्तान के नागरिकों को भारत से लौटाने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन करतारपुर कॉरिडोर पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई थी। अब एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा कारणों से इसे पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है।
यह कॉरिडोर 9 नवंबर 2019 को गुरु नानक देव जी (Guru Nanak Dev Ji) के 550वें प्रकाश पर्व पर खोला गया था। यह भारत-पाक सीमा (India-Pakistan Border) पर स्थित एक 4.5 किलोमीटर लंबा मार्ग है जो पंजाब (Punjab) के गुरदासपुर (Gurdaspur) जिले के डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान के नारोवाल जिले (Narowal District, Pakistan) में स्थित श्री दरबार साहिब (Shri Darbar Sahib) तक जाता है। इस कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच 2029 तक समझौता है, जिसमें भारतीय श्रद्धालु बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं।
हालांकि, 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद करतारपुर यात्रा में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। 23 अप्रैल को जहां 408 श्रद्धालु पाकिस्तान गए थे, वहीं 28 अप्रैल तक यह संख्या घटकर मात्र 133 रह गई। केवल 6 दिन में यात्रियों की संख्या में लगभग 60% की गिरावट दर्ज की गई। 28 अप्रैल से 6 मई तक का आधिकारिक डेटा अब तक सामने नहीं आया है।
इस बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सचिव प्रताप सिंह (Pratap Singh) ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा था कि डरने की आवश्यकता नहीं है, यात्रा सुरक्षित है और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं।
इसी बीच गुरदासपुर (Gurdaspur) के पंधेर गांव (Pandher Village) में मंगलवार-बुधवार देर रात एक जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद ग्रामीणों को एक बमनुमा वस्तु मिली। ACP आदित्य (ACP Aditya) के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर उक्त वस्तु को कब्जे में लिया। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध वस्तु की सूचना तुरंत पुलिस को दें, घबराने की आवश्यकता नहीं है।
यह घटनाक्रम भारत-पाक सीमा पर जारी तनाव और आतंकी गतिविधियों के मद्देनज़र लिया गया बड़ा सुरक्षा निर्णय माना जा रहा है, जिससे नागरिकों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।






