India Pakistan Postal Ban : भारत सरकार ने एक बड़ा और सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान (Pakistan) से आने वाली सभी डाक (Mail) और पार्सल (Parcel) सेवाओं के आदान-प्रदान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह फैसला दोनों देशों के बीच वर्तमान तनावपूर्ण संबंधों और हालिया आतंकी घटनाओं को देखते हुए लिया गया है। यह प्रतिबंध हवाई (Air) और जमीनी (Land) मार्गों दोनों पर समान रूप से लागू रहेगा।
सरकारी डाक विभाग (Postal Department) द्वारा जारी एक सार्वजनिक नोटिस में स्पष्ट किया गया कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से सभी श्रेणियों के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान को रोकने का निर्णय लिया है। यह कदम न केवल पत्राचार बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी प्रभावित करेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाओं का इतिहास सीमित संपर्कों तक सिमटा रहा है। वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने के बाद पाकिस्तान ने डाक सेवाएं बंद की थीं, जिन्हें तीन महीने बाद फिर शुरू किया गया था। लेकिन अब भारत सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय सभी स्तरों पर डाक सेवाओं को रोक देगा।
इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जिनका पारिवारिक या व्यापारिक पत्राचार पाकिस्तान से होता रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार यह निलंबन व्यक्तिगत पार्सलों, कारोबारी दस्तावेजों, और सामान भेजने की प्रक्रिया को ठप कर देगा, जिससे दोनों देशों के लोगों की आपसी बातचीत भी बाधित होगी।
इसी के साथ भारत ने पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात (Imports) पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने दो मई को जारी अधिसूचना में कहा कि पाकिस्तान में उत्पादित या वहां से निर्यात किए जाने वाले किसी भी प्रकार के सामान के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर रोक लगा दी गई है। यह प्रतिबंध विदेश व्यापार नीति 2023 (Foreign Trade Policy 2023) में संशोधन के साथ लागू किया गया है और अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।
सरकार ने यह स्पष्ट किया कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) और सार्वजनिक नीति (Public Policy) के हित में लिया गया है। इसके तहत अब कोई भी पाकिस्तान से आयातित सामान, चाहे वह पहले आयात योग्य रहा हो या अनुमति प्राप्त हो, अब प्रतिबंधित रहेगा।
इसके अलावा भारत ने पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों (Pakistani Flagged Ships) को भी भारतीय बंदरगाहों (Indian Ports) पर प्रवेश की अनुमति देने से मना कर दिया है। यह प्रतिबंध तुरंत लागू हो गया है और इसमें भारतीय झंडे वाले जहाजों को भी पाकिस्तान के बंदरगाहों पर ठहरने से रोका गया है। सरकार ने इसके पीछे जहाजरानी संपत्ति और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा का हवाला दिया है।
भारत सरकार ने इसी कड़ी में अटारी सीमा चौकी (Attari Border Post) को भी बंद कर दिया है। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तानी सैन्य अताशे (Pakistani Military Attaché) को निष्कासित करने और 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को भी निलंबित करने की घोषणा की है।
2019 के पुलवामा (Pulwama) हमले के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार पहले ही लगभग शून्य हो चुका था, और अब हालिया 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। भारत से पाकिस्तान को वित्त वर्ष 2023-24 में 1.18 अरब डॉलर का निर्यात और 28.8 लाख डॉलर का आयात हुआ था, जबकि इससे पहले के वर्षों में भी व्यापार में गिरावट देखी गई थी।
यह निर्णय भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति के तहत पाकिस्तान के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है।






