Seema Haider Deportation Demand : पहलगाम (Pahalgam) आतंकी हमले के बाद सीमा हैदर (Seema Haider) को लेकर फिर से डिपोर्टेशन की मांग तेज हो गई है। पाकिस्तान (Pakistan) से भारत (India) आई सीमा हैदर एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह अलग है। जो वकील कभी सीमा का केस लड़ते थे, अब वही उन्हें पाकिस्तान भेजने की वकालत कर रहे हैं। वकील हेमंत परासर (Hemant Parashar) ने साफ तौर पर कहा है कि सीमा को तुरंत भारत से डिपोर्ट किया जाना चाहिए।
हेमंत परासर वही वकील हैं जिन्होंने सीमा हैदर और सचिन मीणा (Sachin Meena) की जमानत करवाई थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान भारत का दुश्मन देश है और सीमा उसी देश की नागरिक है। वो अवैध तरीके से भारत में रह रही है और ऐसे में उसके लिए कोई सहानुभूति नहीं होनी चाहिए। परासर ने यहां तक कहा कि अगर सीमा मां बन भी गई है, तब भी उसे डिपोर्ट करने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए।
हेमंत परासर ने यह भी कहा कि पहले कुछ दशकों पहले तक अगर कोई महिला पाकिस्तान से आकर भारत में मां बनती थी तो उसे नागरिकता मिल जाती थी, लेकिन अब वैसा कोई कानून नहीं है। अब वैध दस्तावेजों और कानूनी प्रक्रिया के बिना किसी को नागरिकता नहीं मिल सकती। उनके अनुसार, सीमा के पास ना ही कोई दस्तावेज़ हैं और ना ही नागरिकता की पात्रता।
इसके अलावा उन्होंने सीमा हैदर के मौजूदा वकील एपी सिंह (A.P. Singh) के दावे को भी चुनौती दी। एपी सिंह ने कहा था कि सीमा के दस्तावेज गृह मंत्रालय (Home Ministry) और एटीएस (ATS) के पास हैं। इस पर परासर ने तीखे सवाल उठाते हुए कहा कि अगर ऐसे कोई दस्तावेज हैं, तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए। परासर ने दावा किया कि न तो कोई दस्तावेज पेश किए गए हैं और न ही कोई प्रक्रिया नागरिकता की चल रही है।
इस बयानबाजी के बीच सोशल मीडिया पर भी सीमा हैदर को वापस भेजने की मांग जोर पकड़ रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या केंद्र सरकार कोई ठोस कदम उठाएगी और क्या सीमा हैदर की वापसी अब निश्चित हो चुकी है?






