India bans Pakistan imports : भारत सरकार ने पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़े हर प्रकार के व्यापार पर अब पूरी तरह से रोक लगा दी है। यह कदम हाल ही में पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में सख्त निर्णय लेते हुए पाकिस्तान से किसी भी प्रकार का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात (Import) या ट्रांजिट प्रतिबंधित कर दिया है। वाणिज्य मंत्रालय (Ministry of Commerce) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
इस अधिसूचना के बाद शिपिंग महानिदेशालय (Directorate General of Shipping) ने भी पाकिस्तान के झंडे वाले किसी भी जहाज को भारत के किसी भी बंदरगाह पर प्रवेश की अनुमति देने से साफ मना कर दिया है। साथ ही भारतीय झंडे वाला कोई भी जहाज अब पाकिस्तानी पोर्ट (Pakistani Port) पर नहीं जाएगा। यह आदेश भारतीय संपत्तियों और कार्गो की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जारी किया गया है।
इस निर्णय का सीधा असर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सीमित व्यापार पर पड़ेगा। भारत पहले ही वाघा-अटारी सीमा (Wagah-Attari Border) को व्यापार के लिए बंद कर चुका है, और 2019 में पुलवामा (Pulwama) हमले के बाद पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ (MFN) का दर्जा भी वापस ले चुका है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में अटारी-वाघा बॉर्डर से ₹3,886.53 करोड़ का व्यापार हुआ था। लेकिन अब भारत से पाकिस्तान का व्यापार लगभग शून्य की स्थिति में आ जाएगा क्योंकि अब दुबई (Dubai), सिंगापुर (Singapore) और कोलंबो (Colombo) जैसे तीसरे देशों के रास्ते आने वाली वस्तुओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इस निर्णय का सबसे बड़ा असर पाकिस्तान के फार्मास्यूटिकल सेक्टर (Pharmaceutical Sector) पर पड़ने वाला है। भारत की दवाओं और कच्चे माल पर निर्भर पाकिस्तान अब वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं की तलाश में जुट गया है।
भारत के इस रणनीतिक कदम को विशेषज्ञ पाकिस्तान के निर्माण और व्यापारिक वर्ग के लिए एक बड़ा आर्थिक झटका मान रहे हैं। यह फैसला दर्शाता है कि भारत अब अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) के प्रति कोई भी समझौता करने के मूड में नहीं है।
भारत ने अन्य क्षेत्रों में भी पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाया है। सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित कर दिया गया है। अटारी एकीकृत जांच चौकी को भी बंद कर दिया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच शेष बचा भूमि व्यापार भी समाप्त हो गया है।
इसके अलावा वीजा सुविधा (Visa Facility) समाप्त कर पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई तक देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र को भी बंद कर दिया है, जिससे भारतीय विमानों को लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है और एयर इंडिया (Air India) ने इससे होने वाले 600 मिलियन डॉलर के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से सब्सिडी मांगी है।
डिजिटल मोर्चे पर भी भारत ने पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की है। भारत ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल (YouTube Channels) और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद किया है जिन पर भड़काऊ और संवेदनशील सामग्री (Provocative Content) फैलाने का आरोप था। इनमें फवाद खान (Fawad Khan), आतिफ असलम (Atif Aslam) और बाबर आजम (Babar Azam) जैसे नाम शामिल हैं।
इसके अलावा भारत ने एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को फिर से डालने के प्रयास तेज कर दिए हैं और आईएमएफ (IMF), विश्व बैंक (World Bank) तथा एशियाई विकास बैंक (ADB) से पाकिस्तान की वित्तीय सहायता की समीक्षा करने का आग्रह किया है।






