Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) से पहले किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhada) में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास (Rishi Ajay Das) ने बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) को महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar) पद से हटा दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी (Lakshmi Narayan Tripathi) को भी उनके पद से हटा दिया है। यह फैसला सिर न मुंडवाने और संत समाज के विरोध के बाद लिया गया।
किन्नर अखाड़े में ममता कुलकर्णी की नियुक्ति से विवाद क्यों?
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Bollywood Actress Mamta Kulkarni को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर संत समाज नाराज था।
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किन्नर अखाड़े में नेतृत्व को लेकर पहले से ही गुटबाजी चल रही थी।
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अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बीच मतभेद खुलकर सामने आए।
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अजय दास का दावा – “मैं ही किन्नर अखाड़े का असली संस्थापक हूं”
- लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने 2017 में अजय दास को अखाड़े से निकालने का किया था दावा।
किन्नर अखाड़े में बढ़ता विवाद: कौन सही, कौन गलत?
अजय दास का पक्ष
- “मैं ही किन्नर अखाड़े का संस्थापक हूं। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को उनके पद से हटा दिया गया है।”
- “ममता कुलकर्णी संत परंपरा का पालन नहीं कर रही थीं, इसलिए उन्हें भी हटाया गया।”
- “हम जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर की घोषणा करेंगे।”
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का पक्ष
- “2017 में ही अजय दास को अखाड़े से निकाल दिया गया था। वे अब खुद को संस्थापक बता रहे हैं।”
- “किन्नर अखाड़ा हमारी परंपरा और संस्कृति के अनुसार काम कर रहा है।”
- “संत समाज को गलत जानकारी दी जा रही है।”
किन्नर अखाड़े का भविष्य: नया नेतृत्व कौन होगा?
ऋषि अजय दास ने ऐलान किया है कि किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन (Reorganization) किया जाएगा। इसके तहत –
✅ नई महामंडलेश्वर की जल्द घोषणा होगी।
✅ अखाड़े की परंपराओं को सख्ती से लागू किया जाएगा।
✅ महाकुंभ 2025 में अखाड़े की अलग पहचान बनेगी।
किन्नर अखाड़े का इतिहास और महत्व (History & Significance of Kinnar Akhada)
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किन्नर अखाड़ा की स्थापना 2015 में हुई थी।
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यह भारत का पहला ट्रांसजेंडर अखाड़ा (Transgender Akhada) है।
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लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इसे संत परंपरा में मान्यता दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
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महाकुंभ में पहली बार 2019 में किन्नर अखाड़े को शाही स्नान का मौका मिला था।
महाकुंभ 2025 से पहले बढ़ता विवाद, क्या होगा आगे?
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महाकुंभ 2025 में किन्नर अखाड़े की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
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संत समाज ने ममता कुलकर्णी की महामंडलेश्वर पद पर नियुक्ति का विरोध किया था।
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अब अजय दास के दावे और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के जवाब ने विवाद को और बढ़ा दिया है।
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नए महामंडलेश्वर की घोषणा होने तक विवाद सुलझने की संभावना नहीं है।
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महाकुंभ 2025 से पहले किन्नर अखाड़े में बड़ा विवाद।
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ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को पद से हटाया गया।
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ऋषि अजय दास का दावा – “मैं ही अखाड़े का असली संस्थापक हूं।”
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नए महामंडलेश्वर की घोषणा जल्द होगी।
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संत समाज का विरोध जारी, किन्नर अखाड़े का भविष्य अधर में।
क्या यह विवाद महाकुंभ 2025 में किन्नर अखाड़े की भूमिका को प्रभावित करेगा? आने वाले दिनों में स्थिति साफ होगी!







