नई दिल्ली, 24 जनवरी (The News Air): क्या आपके iPhone के कारण आपकी राइड महंगी होती है? सोशल मीडिया पर इस सवाल ने बहस छेड़ दी है। कई यूजर्स ने दावा किया कि Uber और Ola जैसी कैब सर्विस कंपनियां, Apple और Android स्मार्टफोन यूजर्स के लिए अलग-अलग प्राइसिंग कर रही हैं। इन आरोपों के बाद, सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन एजेंसी (CCPA) ने दोनों कंपनियों को नोटिस जारी किया है।
हालांकि, Uber ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह यूजर्स के फोन के आधार पर राइड की कीमत तय नहीं करती।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल, CCPA की कार्रवाई
पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर कई यूजर्स ने स्क्रीनशॉट साझा किए, जिनमें iPhone और Android फोन्स पर एक ही रूट के लिए अलग-अलग किराया दिखाया गया।
कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सोशल मीडिया पर कहा:
“भेदभावपूर्ण प्राइसिंग उपभोक्ताओं के अधिकारों का बड़ा उल्लंघन है। हमने CCPA को निर्देश दिया है कि इस मामले की गहराई से जांच करें।”
Uber की सफाई
Uber के प्रवक्ता ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि Uber यूजर्स के फोन मैन्युफैक्चरर के आधार पर राइड प्राइस तय नहीं करता। किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए हम CCPA के साथ मिलकर काम करेंगे।”
इस पर Ola, Apple और Google ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
CCPA की सख्ती: Ola Electric भी निशाने पर
यह पहली बार नहीं है जब CCPA ने Uber और Ola जैसी कंपनियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।
- पिछले साल अक्टूबर 2024 में, CCPA ने Ola Electric को कंज्यूमर्स के अधिकारों के उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापनों और अनुचित कारोबारी तरीकों के लिए नोटिस भेजा था।
- कर्नाटक हाई कोर्ट ने इस मामले में CCPA के नोटिस का जवाब देने के लिए Ola को 6 सप्ताह का समय दिया था।
क्या कहता है कानून?
CCPA का मानना है कि:
- डिस्क्रिमिनेटरी प्राइसिंग (Discriminatory Pricing) उपभोक्ताओं के अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।
- कंपनियों को अपने प्राइसिंग मॉडल में पारदर्शिता रखनी चाहिए।
कंपनियों पर आरोप है कि वे:
- उपभोक्ताओं के डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकती हैं।
- अलग-अलग डिवाइसेज और प्लेटफॉर्म्स पर भेदभावपूर्ण रणनीति अपना सकती हैं।
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी संदेश
यदि आपको लगता है कि आपकी राइड के लिए गलत तरीके से ज्यादा चार्ज किया गया है, तो आप CCPA की हेल्पलाइन या कंज्यूमर कोर्ट में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।