नई दिल्ली, 24 जनवरी (The News Air) – Union Budget 2025 (यूनियन बजट 2025) को लेकर मिडल क्लास और टैक्सपेयर्स के बीच उत्साह चरम पर है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) इस बार टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत देने के संकेत दे चुकी हैं। खासतौर पर, जिनकी वार्षिक आय ₹15 लाख से ₹20 लाख के बीच है, उनके लिए 25% टैक्स स्लैब का ऐलान हो सकता है।
इस बार सरकार का फोकस नई टैक्स रीजीम (New Tax Regime) को और अधिक आकर्षक बनाने पर रहेगा। साथ ही, स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) को बढ़ाकर ₹1 लाख किए जाने की संभावना है। टैक्स एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार नई रीजीम में बड़े बदलावों की तैयारी में है, जो मिडल क्लास को राहत दे सकता है।
₹15-20 लाख की आय वालों को मिल सकती है बड़ी राहत
इस बार के बजट में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण उन टैक्सपेयर्स को राहत देने पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं, जिनकी आय ₹12-18 लाख की कैटेगरी में आती है।
वर्तमान में ₹12-15 लाख की आय पर 20% टैक्स और ₹15 लाख से अधिक की आय पर 30% टैक्स लगाया जाता है। नए प्रस्तावित स्लैब के तहत, ₹15-18 लाख की आय पर सिर्फ 25% टैक्स लिया जा सकता है।
यह कदम न केवल मिडल क्लास को राहत देगा, बल्कि टैक्सपेयर्स को नई टैक्स रीजीम अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़कर ₹1 लाख हो सकता है
स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) की सीमा को ₹75,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख किया जा सकता है।
2024 के बजट में इसे ₹50,000 से बढ़ाकर ₹75,000 कर दिया गया था। हालांकि, यह बदलाव केवल नई टैक्स रीजीम में लागू होने की संभावना है।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने से मिडल क्लास की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी और यह इकोनॉमी को बूस्ट करेगा।
नई टैक्स रीजीम क्यों है खास?
2020 में शुरू की गई नई टैक्स रीजीम ने शुरुआत में ज्यादा लोकप्रियता नहीं पाई थी। लेकिन अब, 73% टैक्सपेयर्स इस रीजीम को अपना चुके हैं।
कम टैक्स रेट:
नई टैक्स रीजीम में विभिन्न स्लैब्स में कम टैक्स रेट लागू है।ज्यादा पारदर्शिता:
इसे समझना और फॉलो करना आसान है।डिडक्शन के विकल्प:
हालांकि, नई रीजीम में सीमित डिडक्शन का विकल्प है, लेकिन स्टैंडर्ड डिडक्शन जैसी राहत इसे आकर्षक बनाती है।
क्या कह रहे हैं टैक्स एक्सपर्ट्स?
टैक्स विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार इस बार नई रीजीम को और बेहतर बनाने पर फोकस कर सकती है।
मिडल क्लास फोकस:
₹15-18 लाख की आय वाले टैक्सपेयर्स को राहत देने के लिए 25% का टैक्स स्लैब शामिल हो सकता है।कंजम्प्शन बूस्ट:
बढ़ा हुआ स्टैंडर्ड डिडक्शन लोगों को अधिक खर्च करने के लिए प्रेरित करेगा।पुरानी रीजीम में बदलाव की संभावना कम:
विशेषज्ञों का मानना है कि पुरानी टैक्स रीजीम में बड़े बदलाव की संभावना कम है।
सिर्फ नौकरीपेशा लोगों के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन
यह ध्यान देना जरूरी है कि स्टैंडर्ड डिडक्शन का लाभ सिर्फ नौकरी करने वाले (सरकारी और निजी दोनों) लोगों को मिलता है।
- यह सुविधा नई और पुरानी दोनों रीजीम में दी जाती है।
- टैक्स फाइलिंग में इसे लागू करना आसान है।
इस बार का बजट नई रीजीम को मिडल क्लास के लिए और भी सुविधाजनक बना सकता है।
Union Budget 2025 मिडल क्लास और नौकरीपेशा लोगों के लिए राहत भरा हो सकता है। नई टैक्स रीजीम में प्रस्तावित बदलावों से जहां मिडल क्लास को फायदा होगा, वहीं देश की इकोनॉमी को भी रफ्तार मिलेगी।
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