नई दिल्ली, 24 जनवरी (The News Air) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस बार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। 27 शीर्ष नेताओं को 54 विधानसभा सीटों पर जमीनी स्तर पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री, सांसद, और पड़ोसी राज्यों के नेता दिल्ली में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जुट गए हैं। हर नेता को दो-दो विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है, जहां उन्हें लोकल वोटर्स से कनेक्ट करने और 20,000 अतिरिक्त वोट जुटाने का टारगेट दिया गया है।
BJP की बड़ी योजना: हर बूथ पर 50% वोट का लक्ष्य
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान ने अपने नेताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि हर बूथ पर 50% वोट BJP के पक्ष में आएं। साथ ही, पिछली बार की तुलना में ज्यादा मतदान कराने का टारगेट भी दिया गया है। खास बात यह है कि इन नेताओं को प्रचार अभियान में कम और जमीनी कामकाज पर ज्यादा ध्यान देने की हिदायत दी गई है।
केंद्रीय मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी पदाधिकारियों को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया गया है:
- पीयूष गोयल (Piyush Goyal): दिल्ली कैंट (Delhi Cantt) और वजीरपुर (Wazirpur)।
- धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan): मालवीय नगर (Malviya Nagar) और ग्रेटर कैलाश (Greater Kailash)।
- भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav): महरौली (Mehrauli) और बिजवासन (Bijwasan)।
- गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat): नरेला (Narela) और बवाना (Bawana)।
- अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur): मुस्तफाबाद (Mustafabad) और करावल नगर (Karawal Nagar)।
- मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya): शकूरबस्ती (Shakur Basti) और मादीपुर (Madipur)।
इसके अलावा, यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) को आदर्श नगर (Adarsh Nagar) और बुराड़ी (Burari) की जिम्मेदारी दी गई है।
दूसरे राज्यों के वोटर्स को लुभाने की कोशिश
दिल्ली में रहने वाले अन्य राज्यों के वोटर्स को बीजेपी के पाले में लाने के लिए संबंधित राज्यों के नेताओं को बुलाया गया है।
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना: दिल्ली में करीब साढ़े तीन लाख तेलुगु वोटर्स हैं। उन्हें लुभाने की जिम्मेदारी आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और तेलंगाना (Telangana) के विधायकों और मंत्रियों को दी गई है।
- उत्तराखंड (Uttarakhand), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), तमिलनाडु (Tamil Nadu), कर्नाटक (Karnataka), और गुजरात (Gujarat) के नेताओं को उनके संबंधित राज्यों के लोगों से संपर्क करने की जिम्मेदारी दी गई है।
रणनीति का उद्देश्य: लोकल कनेक्शन मजबूत करना
बीजेपी के इस प्लान का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के हर वर्ग और समुदाय से जुड़ना है। चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार पार्टी ने अपनी रणनीति को पूरी तरह जमीनी स्तर पर तैयार किया है। केंद्रीय नेता स्थानीय मुद्दों को समझते हुए काम करेंगे और हर विधानसभा क्षेत्र में लोगों के साथ व्यक्तिगत तौर पर संवाद करेंगे।