उत्तर प्रदेश, 24 जनवरी (The News Air):- महाकुंभ (Mahakumbh) में IIT बाबा का बदलता रूप, दाढ़ी-मूंछ हटाकर खुद को श्रीकृष्ण और शिव से जोड़ा महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान चर्चा में आए IIT बाबा उर्फ अभय सिंह (Abhay Singh) ने गुरुवार को अचानक अपनी दाढ़ी और मूंछ काटकर नया रूप धारण कर लिया। बाबा ने खुद अपने हाथों से कैंप में दाढ़ी और मूंछ हटाई, जिससे वे अब क्लीन शेव (Clean Shave) लुक में नजर आ रहे हैं। इस अनोखे फैसले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
IIT बाबा का ये नया लुक (New Look) लोगों के बीच काफी चर्चा का विषय बन गया है। बाबा ने अपने इस फैसले को पूरी ईमानदारी से बताया और इसे अध्यात्मिकता (Spirituality) और भारतीय पौराणिकता (Indian Mythology) से जोड़ दिया।
क्लीन शेव का फैसला क्यों लिया?
IIT बाबा ने अपने क्लीन शेव लुक के पीछे की वजह बताते हुए कहा, “जब मैंने इस यात्रा की शुरुआत की थी, महादेव (Mahadev) ने दो बातें कही थीं- पहली, एक जगह पर एक रात से ज्यादा नहीं रुकना। दूसरी, लगातार आगे बढ़ते रहना।”
उन्होंने आगे कहा, “अब जब मुझे समय मिला तो मैंने दाढ़ी-मूंछ हटा दी। श्रीकृष्ण (Shri Krishna) और शिव (Shiva) भी हमेशा बिना दाढ़ी के नजर आते हैं। इसलिए मैंने भी अपने रूप को उनके जैसा बनाने का फैसला लिया। लोग मुझे बाबा इसलिए बुलाते थे क्योंकि मैंने दाढ़ी रखी हुई थी। अब आप मुझे मेरे नए रूप के अनुसार बुला सकते हैं।”
आध्यात्मिकता और ‘भगवान’ का मतलब समझाया
IIT बाबा ने अध्यात्म और भगवान की परिभाषा समझाते हुए कहा, “हर व्यक्ति के अंदर भगवान (God) होते हैं। ‘अहम ब्रह्मास्मि’ का मतलब यही है कि हम सभी में ईश्वर का अंश है। चेतना (Consciousness) का शून्य स्तर ही भगवान का टाइटल है।”
बाबा ने इस मौके पर शंकराचार्य (Shankaracharya) के विचारों को भी उद्धृत करते हुए कहा, “जब कोई ‘शिवोहम’ बोलता है, तो इसका मतलब है कि मैं शिव हूं। यह चेतना के उच्च स्तर को दर्शाता है।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
महाकुंभ के कैंप में दाढ़ी और मूंछ साफ करने का पूरा वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (Social Media Platforms) पर वायरल हो गया। कई यूट्यूबर्स (YouTubers) इस दौरान बाबा के साथ मौजूद थे और उन्होंने वीडियो बनाया। बाबा ने उन्हें वीडियो बनाने की इजाजत भी दी।
सोशल मीडिया पर बढ़ती लोकप्रियता
महाकुंभ के दौरान IIT बाबा की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उनके वीडियो लाखों लोगों द्वारा देखे जा रहे हैं, और उनके विचारों को काफी सराहना मिल रही है। बाबा ने बताया कि अध्यात्मिकता का असली मतलब हर व्यक्ति के अंदर छिपे ईश्वर को पहचानना है।
IIT बाबा के विचार: बाबा ने कहा, “चेतना का शून्य स्तर ही भगवान का टाइटल है। ‘शिवोहम’ और ‘अहम ब्रह्मास्मि’ जैसे विचार हमें यह सिखाते हैं कि हम सभी में ईश्वर का अंश है।”
नया रूप, नई पहचान!
IIT बाबा का यह नया रूप अब सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रहा है। महाकुंभ (Mahakumbh) में बाबा के विचार और बदलाव का यह सफर अध्यात्मिकता और पौराणिकता के प्रति लोगों की रुचि को और बढ़ा रहा है।