नई दिल्ली (New Delhi), 23 जनवरी (The News Air): 8वें केंद्रीय वेतन आयोग (8th Central Pay Commission) की घोषणा ने केंद्र सरकार के 65 लाख पेंशनर्स और 50 लाख कर्मचारियों के बीच खुशी की लहर पैदा कर दी है। इस आयोग के तहत, पेंशन में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। मौजूदा न्यूनतम पेंशन ₹9,000 से बढ़कर ₹25,740 तक पहुंच सकती है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में Fitment Factor को 2.86 पर प्रस्तावित किया गया है, जो पिछले 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के 2.57 से अधिक है। इससे न केवल पेंशन में बल्कि महंगाई राहत (Dearness Relief – DR) और अन्य भत्तों में भी बढ़ोतरी की संभावना है।
पेंशनर्स के मौजूदा लाभ और उनकी स्थिति
7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) को 2016 में लागू किया गया था। इसके तहत:
- न्यूनतम पेंशन ₹9,000 मासिक।
- अधिकतम पेंशन ₹1,25,000 मासिक।
- महंगाई राहत (Dearness Relief – DR) 53% बेसिक पेंशन पर।
उदाहरण के तौर पर, अगर किसी पेंशनर को बेसिक पेंशन ₹10,000 मिलती है, तो DR जोड़ने के बाद यह ₹15,300 हो जाती है। DR को हर छह महीने में रिवाइज किया जाता है, जिससे महंगाई के प्रभाव को संतुलित किया जाता है।
8वें वेतन आयोग से क्या उम्मीदें हैं?
8वें वेतन आयोग के तहत Fitment Factor में बढ़ोतरी पेंशन और वेतन को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
- न्यूनतम पेंशन: ₹9,000 से बढ़कर ₹25,740 होने की संभावना है।
- अधिकतम पेंशन: ₹1,25,000 से बढ़कर ₹3,57,500 हो सकती है।
- DR और अन्य भत्ते भी नई पेंशन स्ट्रक्चर पर आधारित होंगे।
महंगाई राहत (DR) में बदलाव
8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, महंगाई राहत (Dearness Relief) का रिवाइज्ड पेंशन पर प्रभाव और बढ़ जाएगा। इससे पेंशनर्स को जीवनयापन में और सहूलियत मिलेगी।
पेंशनर्स के लिए अन्य लाभों में बढ़ोतरी
8वें वेतन आयोग में अन्य लाभों में भी सुधार की उम्मीद है:
- ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा: इसे बढ़ाने की संभावना।
- पारिवारिक पेंशन: पेंशन में वृद्धि के साथ रिवाइज हो सकती है।
- महंगाई भत्ते (DA): वेतन और पेंशन दोनों में संशोधित दरों के आधार पर लागू होगा।
आम आदमी पर असर
8वें वेतन आयोग का असर केवल सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स तक सीमित नहीं रहेगा। बढ़ती पेंशन और सैलरी से उपभोक्ता खर्च (Consumer Spending) में बढ़ोतरी होगी, जो देश की अर्थव्यवस्था को भी गति देगा।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशों से सरकारी पेंशनर्स और कर्मचारियों के जीवनस्तर में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है। जनवरी 2026 से लागू होने वाले इस आयोग से न केवल पेंशनर्स की आर्थिक सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि केंद्र सरकार इन सिफारिशों को कैसे लागू करती है।