रजौरी (Rajouri), जम्मू-कश्मीर 23 जनवरी (The News Air): जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के राजौरी जिले (Rajouri District) के बडाल (Badal) गांव में एक रहस्यमयी बीमारी ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है। इस अज्ञात बीमारी ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) राजौरी के विशेषज्ञों के मुताबिक, सभी मृतकों में समान लक्षण पाए गए हैं, जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
जी.एम.सी. राजौरी के प्राचार्य डॉ. अमरजीत सिंह भाटिया (Dr. Amarjeet Singh Bhatia) ने बताया कि दिमाग के प्रभावित होने के बाद रिकवरी बेहद मुश्किल हो जाती है। अब तक कुछ मरीज ठीक हो चुके हैं, लेकिन नए मामलों के सामने आने से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
क्या कहती हैं जांच टीमें?
इस रहस्यमयी बीमारी की गुत्थी सुलझाने के लिए चंडीगढ़ (Chandigarh) और लखनऊ (Lucknow) की फॉरेंसिक टीमें जुटी हुई हैं। इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) की विशेष टीम भी इस जांच में शामिल है।
- लक्षण: मरीजों में दिमागी कमजोरी, नर्वस सिस्टम का फेल होना और गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं पाई गई हैं।
- संभावित कारण: प्रारंभिक रिपोर्ट्स में वायरस या संक्रमण से इनकार किया गया है। जांच का फोकस अब पर्यावरणीय और जहरीले तत्वों पर है।
प्रशासन की कड़ी कार्रवाई
राजौरी जिला प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
- कंटेनमेंट ज़ोन (Containment Zone): बडाल गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और इसे कंटेनमेंट ज़ोन घोषित किया गया है।
- संपर्कों की निगरानी: प्रभावित परिवारों और उनके संपर्कों को गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज (Government Nursing College) में स्थानांतरित किया गया है।
- विशेष स्वास्थ्य सेवाएं: जी.एम.सी. राजौरी और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है।
जम्मू के डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार (Ramesh Kumar) और ए.डी.जी.पी. आनंद जैन (Anand Jain) ने भी कोटरंका (Kotranka) इलाके का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है।
मुख्यमंत्री का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने बडाल दौरे के दौरान कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी के कारणों का पता लगाने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सावधानी बरतें और किसी भी असामान्य लक्षण को तुरंत रिपोर्ट करें।
एहतियाती सुझाव और जन जागरूकता
जी.एम.सी. राजौरी के विशेषज्ञों ने लोगों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- व्यक्तिगत साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- किसी के साथ भोजन साझा न करें।
- किसी भी असामान्य लक्षण के मामले में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
- प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
संभावित पर्यावरणीय जोखिम
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बीमारी किसी जहरीले तत्व (Toxic Elements) या पर्यावरणीय प्रदूषण (Environmental Pollution) से भी जुड़ी हो सकती है। प्रभावित क्षेत्र के पानी और भोजन के सैंपल लिए जा रहे हैं।
राजौरी के बडाल गांव में फैली रहस्यमयी बीमारी ने न केवल स्वास्थ्य विभाग को बल्कि पूरे प्रशासन को अलर्ट पर ला दिया है। 17 लोगों की मौत और बढ़ते मामलों ने इसे गंभीर मुद्दा बना दिया है। राज्य सरकार और केंद्रीय टीमों की कोशिश है कि जल्द से जल्द इस बीमारी का कारण पता लगाकर इसे रोका जाए।
लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें। यह स्थिति एक बार फिर बताती है कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए जागरूकता कितनी जरूरी है।