चंडीगढ़ (Chandigarh), 22 जनवरी (The News Air): पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) ने बड़ी घोषणा की है कि मार्च 2025 में 72 प्राइमरी स्कूल शिक्षकों (Primary School Teachers) के दूसरे बैच को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड (Finland) भेजा जाएगा। यह कदम शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से लैस करने के लिए उठाया गया है।
यह घोषणा मोहाली (Mohali) के फेज 11 में स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस (School of Eminence) के दौरे के दौरान की गई। इस दौरे में फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्कू (University of Turku) के विशेषज्ञ भी मौजूद थे।
फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली से सीखने की पहल : हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि पंजाब सरकार ने यूनिवर्सिटी ऑफ तुर्कू के साथ समझौता किया है, जिसके तहत तीन सप्ताह के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- पहला सप्ताह पंजाब में आयोजित होगा।
- शेष दो सप्ताह का प्रशिक्षण फिनलैंड में होगा।
फिनलैंड के विशेषज्ञों में श्री एरी कियोस्की (Eri Kioski), श्री जोएल (Joel), सुश्री मिरजामी इनोला (Mirjami Innola) और सुश्री सारी इसोकाइटो-सिंजॉय (Sari Isokaito-Sinjö) शामिल थे। ये विशेषज्ञ पंजाब के शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीक सिखाने में मदद करेंगे।
शिक्षकों के लिए बड़ा अवसर : इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण रणनीतियों से लैस करना है, ताकि वे छात्रों की शैक्षिक जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर सकें।
- शिक्षण कौशल में सुधार।
- इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग से कक्षा में छात्रों के बेहतर परिणाम।
- फिनलैंड के शिक्षा मॉडल से प्रेरित होकर नए तरीके अपनाना।
हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “शिक्षा के क्षेत्र में फिनलैंड के साथ यह साझेदारी पंजाब में स्कूली शिक्षा के स्तर को विश्व स्तरीय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
कलात्मकता और सम्मान का प्रदर्शन : दौरे के दौरान, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक गुरप्रीत सिंह नामधारी (Gurpreet Singh Namdhari) ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने फिनलैंड का झंडा लाइव पेंट कर विशेषज्ञों को समर्पित किया।
इस मौके पर स्कूल के छात्रों ने भी अपनी कला और क्राफ्ट कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे फिनलैंड के विशेषज्ञ प्रभावित हुए।
विशेषज्ञों और अधिकारियों की मौजूदगी : इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य प्रमुख अधिकारी:
- स्कूल शिक्षा निदेशक: सुश्री अमनिंदर कौर बराड़ (Amaninder Kaur Barar)
- डी.ई.ओ.: गिन्नी दुग्गल (Ginni Duggal)
- स्कूल ऑफ एमिनेंस के प्रिंसिपल: लविश चावला (Lavish Chawla)
पंजाब सरकार की यह पहल राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की क्षमता रखती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित करना न केवल उनकी क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि छात्रों की शैक्षिक उपलब्धियों को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
क्या पंजाब का यह कदम भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक उदाहरण बनेगा? यह देखना बाकी है।