नई दिल्ली (New Delhi)15 जनवरी (The News Air): दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर आतंकी हमले की साजिश की खबरों ने हड़कंप मचा दिया है। खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक खालिस्तान समर्थक (Khalistani Supporters) आतंकी समूह ने उन्हें निशाना बनाने की योजना बनाई है। बावजूद इसके, केजरीवाल ने अपनी आत्मशक्ति और भगवान पर अडिग विश्वास जताते हुए कहा, “जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। जब तक लाइफलाइन है, जिंदा रहेंगे।”
नामांकन के दौरान सुरक्षा को लेकर सवाल : केजरीवाल ने बुधवार को नई दिल्ली (New Delhi) विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले उन्होंने कनॉट प्लेस (Connaught Place) स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) में पूजा-अर्चना की।
- मीडिया से बातचीत में खालिस्तानी धमकी पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने हाथ की रेखाएं दिखाते हुए कहा, “ऊपरवाला ही बचाएगा। जब तक लाइफलाइन है, कोई कुछ नहीं कर सकता।”
- यह बयान उनके विश्वास और निडरता का प्रतीक है।
Kejriwal पर आतंकी हमले की साजिश: खुफिया रिपोर्ट : खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान की आईएसआई (ISI) समर्थित एक खालिस्तान समर्थक संगठन ने केजरीवाल पर हमले की योजना बनाई है।
- रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब (Punjab) में सक्रिय दो से तीन आतंकवादियों का एक दस्ता दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल को निशाना बनाने की तैयारी में है।
- दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि वे इन खतरों को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं।
Z+ सुरक्षा के बीच चौकसी बढ़ाई गई : केजरीवाल को पहले से ही ‘जेड प्लस (Z+)’ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।
- सुरक्षा में 63 सुरक्षाकर्मी, पायलट टीम, एस्कॉर्ट, और तलाशी इकाइयां शामिल हैं।
- सीएपीएफ (CAPF) के 15 वर्दीधारी कर्मियों की विशेष तैनाती की गई है।
- मौजूदा खतरे को देखते हुए उनकी सुरक्षा चौकस कर दी गई है। 24×7 निगरानी के साथ हर संभावित हमले को रोकने की कोशिशें जारी हैं।
Kejriwal पर Khalistani Group की साजिश का मकसद : विशेषज्ञों के मुताबिक, इस साजिश का मकसद दिल्ली और पंजाब की शांति और कानून व्यवस्था को भंग करना है।
- खालिस्तान समर्थक समूह लंबे समय से भारत के खिलाफ आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
- आईएसआई के सहयोग से इस बार उनका निशाना केजरीवाल और दिल्ली चुनाव को अस्थिर करना है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं : केजरीवाल के बयान के बाद यह मामला राजनीतिक रूप से भी चर्चा में आ गया है।
- विपक्षी पार्टियां सुरक्षा खतरों पर चिंता जता रही हैं।
- समर्थक इस मुद्दे पर केजरीवाल की निडरता और हिम्मत की सराहना कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल पर आतंकी खतरा न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि यह आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में तनाव का विषय बन सकता है। उनकी निडरता और भगवान पर भरोसा जहां एक तरफ उनके समर्थकों को प्रेरणा देता है, वहीं सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने की जरूरत है। क्या यह साजिश चुनावी माहौल को प्रभावित करेगी? इस सवाल का जवाब आने वाला समय देगा।