अमृतसर (Amritsar) 15 जनवरी (The News Air): पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के तहत विजीलेंस ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। अमृतसर जिले के राजस्व हल्का चोगावा (Revenue Halqa Chogawan) में तैनात पटवारी हरसिमरतजीत सिंह (Harsimratjit Singh) को 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई अमृतसर की तहसील लोपोके (Tehsil Lopoke) के गांव कोहाला (Village Kohala) निवासी सरमेल सिंह (Sarmel Singh) की शिकायत पर की गई।
शिकायत और जांच की पूरी कहानी : विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार, शिकायतकर्ता सरमेल सिंह ने 2019-2020 की जमाबंदी में हुई गड़बड़ी को सुधारने के लिए पटवारी पर 20,000 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजीलेंस ब्यूरो ने जाल बिछाया और आरोपी को दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई राज्य सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब (Corruption-Free Punjab) की मुहिम के तहत की गई है।
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज : विजीलेंस ब्यूरो ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। ब्यूरो प्रवक्ता ने बताया कि “आरोपी को कल अदालत में पेश किया जाएगा और मामले की गहराई से जांच की जाएगी।”
विजीलेंस ब्यूरो का बयान : विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने कहा, “भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह की कार्रवाईयों से भ्रष्टाचारियों में खौफ पैदा करना और राज्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करना हमारा मुख्य उद्देश्य है।”
पंजाब सरकार की मुहिम : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Mann) के नेतृत्व में पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। राज्य में लगातार भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पंजाब विजीलेंस ब्यूरो की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार की कार्रवाइयों से स्पष्ट संदेश दिया जा रहा है कि राज्य में भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।