लुधियाना (Ludhiana), 14 जनवरी (The News Air): Punjab की शान-ए-पंजाब ट्रेन (Shaan-e-Punjab Train) में मंगलवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। अमृतसर (Amritsar) से दिल्ली (Delhi) जा रही इस ट्रेन के चावा पायल स्टेशन (Chawa Payal Station) के पास अचानक टायर में आग लग गई, जिसने डिब्बे को अपनी चपेट में ले लिया। सतर्कता दिखाते हुए रेलवे अधिकारियों ने तुरंत आग वाले डिब्बे को ट्रेन से अलग कर दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
कैसे हुआ हादसा? : यात्रियों के मुताबिक, ट्रेन जैसे ही चावा पायल स्टेशन के पास पहुंची, तेज धुआं उठने लगा। पहले किसी को समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, लेकिन जल्द ही टायर से आग की लपटें उठती दिखाई दीं।
रेलवे कर्मियों ने तुरंत डिब्बे को अलग (Train Compartment Separation) कर दिया और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
यात्रियों में मचा हड़कंप : आग लगने की खबर से ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री घबराकर ट्रेन से उतर गए और अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
रेलवे टीम ने संभाली स्थिति : घटना की सूचना मिलते ही रेलवे की टीमें (Railway Emergency Teams) मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने आग को नियंत्रित करने और ट्रेन के अन्य हिस्सों को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित कार्रवाई की।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। तकनीकी जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
बड़ा हादसा टला, लेकिन सुरक्षा पर सवाल : इस घटना ने रेलवे सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों ने दावा किया कि ट्रेन में अग्निशमन उपकरण (Fire Safety Equipment) मौजूद नहीं थे, जिससे स्थिति और खराब हो सकती थी।
रेलवे विभाग ने जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसे हादसे न हों, इसके लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
इससे पहले भी हुई घटनाएं
1. कोच में शॉर्ट सर्किट:
पिछले महीने पंजाब के फिरोजपुर (Firozpur) में एक एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी।
2. ट्रेन दुर्घटनाएं बढ़ रहीं:
2024 में, भारत में रेलवे से जुड़ी दुर्घटनाओं में 12% की वृद्धि हुई, जिनमें से कई हादसे तकनीकी खराबियों के कारण हुए।
शान-ए-पंजाब ट्रेन में आग लगने की यह घटना रेलवे सुरक्षा तंत्र की खामियों को उजागर करती है। हालांकि बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना भविष्य के लिए चेतावनी है। रेलवे विभाग को तकनीकी और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है ताकि यात्रियों की जान को कोई खतरा न हो।