लुधियाना (Ludhiana), 14 जनवरी (The News Air): मंगलवार को लुधियाना के केहर सिंह नगर कॉलोनी (Kehr Singh Nagar Colony) में पतंगबाजी को लेकर शुरू हुई मामूली बहस ने हिंसक रूप ले लिया। 15-20 लोगों ने एक परिवार पर हमला कर दिया, जिसमें 65 वर्षीय बुजुर्ग गुरमेल सिंह (Gurmel Singh) की मौत हो गई। इस हमले में दो महिलाओं समेत 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना का पूरा विवरण : मृतक के बेटे जसविंदर सिंह (Jaswinder Singh), जो पेशे से फोटोग्राफर हैं, ने बताया कि दोपहर में मोहल्ले के कुछ लोग पतंगबाजी के दौरान हुल्लड़बाजी कर रहे थे। इन लोगों में बाहरी युवक भी शामिल थे। बार-बार मना करने के बावजूद वे नहीं रुके। जब गुरमेल सिंह ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो विवाद बढ़ गया।
इसके बाद 15-20 लोगों ने हथियारों के साथ उनके घर पर हमला कर दिया। गुरमेल सिंह के सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
महिलाओं पर भी हुआ हमला : हमलावरों ने घर की महिलाओं को भी नहीं बख्शा। घटना में परिवार के अन्य सदस्यों को भी बुरी तरह घायल कर दिया गया। घायलों में दो महिलाएं शामिल हैं, जिनमें से एक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
पुलिस जांच जारी : घटना के बाद स्थानीय जगतपुरी चौकी (Jagatpuri Police Post) की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान दर्ज किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा।
लुधियाना पुलिस (Ludhiana Police) ने हमलावरों की पहचान के लिए क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय तनाव और सुरक्षा की मांग : घटना के बाद केहर सिंह नगर कॉलोनी में तनाव का माहौल बन गया है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस प्रशासन से हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
इससे पहले की घटनाएं
पतंगबाजी विवाद बढ़ता खतरा: लुधियाना में पतंगबाजी से जुड़े झगड़े कोई नई बात नहीं हैं। कुछ ही दिनों पहले एक अन्य मोहल्ले में भी पतंग को लेकर झगड़ा हुआ था।
स्थानीय प्रशासन का रवैया: स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं करने से ऐसे विवाद बढ़ते जा रहे हैं।
लुधियाना में पतंगबाजी के विवाद के कारण हुई इस हिंसक घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। स्थानीय प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुरमेल सिंह की मौत ने इस बात पर जोर दिया है कि मोहल्लों में बढ़ते छोटे-छोटे विवाद कैसे बड़े अपराधों का कारण बन सकते हैं।