Tokyo (टोक्यो), 13 जनवरी: जापान (Japan) के Kyushu (क्यूशू) क्षेत्र में सोमवार को 6.6 Magnitude Earthquake (6.6 तीव्रता का भूकंप) आया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, भूकंप की गहराई लगभग 37 किलोमीटर (23 मील) थी। यह भूकंप जापान के लिए एक तगड़ा झटका था, हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
भूकंप से फैली दहशत : जापान में 6.6 Magnitude Earthquake (6.6 तीव्रता का भूकंप) ने पूरे Kyushu (क्यूशू) क्षेत्र में दहशत फैला दी। इस भूकंप ने ना केवल स्थानीय निवासियों को परेशान किया बल्कि Tokyo (टोक्यो) और आस-पास के शहरों में भी लोगों में डर का माहौल बना दिया। भूकंप का असर तटवर्ती इलाकों में भी महसूस किया गया, लेकिन गहरी जांच में यह पाया गया कि भूकंप का केंद्र 37 किलोमीटर (23 मील) गहरे स्थान पर था।
भूकंप का असर : भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपनी इमारतों से बाहर निकल आए और अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। हालांकि, अब तक किसी प्रकार के बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन EMSC (यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर) का कहना है कि भूकंप ने इलाके में खासी दहशत फैलायी है। जापान का भूकंप प्रतिरोधक ढांचा अत्यधिक मजबूत होने के कारण जानमाल के बड़े नुकसान से बचाव हुआ है।
क्या हो सकता है भविष्य में? : जापान (Japan) में भूकंपों का खतरा हमेशा बना रहता है, और इस प्रकार के भूकंप अक्सर जापान के द्वीपों में महसूस होते हैं। Kyushu (क्यूशू) क्षेत्र में इस तरह के भूकंपों का इतिहास रहा है, लेकिन इस बार बड़े पैमाने पर नुकसान से बचने के लिए सरकार ने तैयारी की है।
जापान की भूकंप अनुसंधान टीम भविष्य में होने वाली हलचल की चेतावनी देने के लिए लगातार प्रयासरत है, ताकि भूकंप के बाद जल्दी से राहत कार्य शुरू किया जा सके।
Japan (जापान) में 6.6 Magnitude Earthquake एक तीव्र अनुभव था, लेकिन समय रहते सुरक्षा उपायों और तैयारियों के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। Kyushu (क्यूशू) में जारी शांति के साथ-साथ Tokyo (टोक्यो) और अन्य इलाकों में राहत महसूस की जा रही है।
“भूकंप के झटकों के बावजूद जापान ने फिर साबित कर दिया कि वे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं!”