नई दिल्ली, 13 जनवरी (The News Air) “जाट समाज के अधिकारों की अनदेखी अब और नहीं”, कहते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भाजपा (BJP) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सोमवार को कहा कि दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की OBC सूची में शामिल न करना अन्याय है।
सोमवार को जाट समाज के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को लिखे उनके पत्र का धन्यवाद किया। उन्होंने BJP से सवाल किया कि 2015 में किए गए वादे अब तक क्यों अधूरे हैं।
दिल्ली के जाट समाज को क्यों नहीं मिल रहा OBC Status? : अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली के जाट समाज को राज्य की OBC सूची में शामिल किया गया है, लेकिन केंद्र की सूची में अब तक नहीं है। इसकी वजह से दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU), AIIMS, Safdarjung Hospital, NDMC, और DDA जैसे केंद्र सरकार के संस्थानों में दिल्ली के जाट समाज को आरक्षण नहीं मिल पाता, जबकि राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जाट समाज को यह लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा, “2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था कि दिल्ली के जाट समाज को OBC सूची में शामिल किया जाएगा, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। भाजपा के नेताओं को अब बताना होगा कि यह वादा कब पूरा होगा।”
BJP के नेताओं पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप : केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी 2017, 2019 और 2022 में OBC आरक्षण का आश्वासन दिया था। “यह दुखद है कि देश के सबसे बड़े नेता अपने वादों पर खरे नहीं उतरते। दिल्ली के जाट समाज के साथ यह अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
सतपाल सिंह दूहन ने केजरीवाल को सराहा: दूहन खाप (Duhan Khap) के प्रधान सतपाल सिंह दूहन ने कहा, “अरविंद केजरीवाल के मुंह से निकला हर शब्द पत्थर की लकीर होता है। उन्होंने हमेशा अपने वादे पूरे किए।” उन्होंने यह भी कहा कि जाट समाज को उनके अधिकार दिलाने के लिए केजरीवाल के प्रयास सराहनीय हैं।
केंद्र सरकार पर तीखे सवाल: केजरीवाल ने भाजपा सरकार से पूछा, “जब राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जाट समाज को OBC में शामिल किया जा सकता है, तो दिल्ली के जाटों को यह अधिकार क्यों नहीं मिल रहा? क्या दिल्ली के जाट समाज को केंद्र सरकार का हिस्सा नहीं माना जाता?”
चुनावी रणनीति में जाट समाज अहम : विश्लेषकों के अनुसार, दिल्ली चुनावों के मद्देनजर जाट समाज का समर्थन भाजपा और AAP दोनों के लिए निर्णायक हो सकता है। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी जाट समाज की इस जायज़ मांग के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
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