नई दिल्ली, 13 जनवरी (The News Air) आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भाजपा (BJP) पर फर्जी वोटिंग (Fake Voting) और चुनावी धांधली (Election Manipulation) का आरोप लगाते हुए बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली के चुनाव को “धांधली और बेईमानी” से जीतना चाहती है। इस मुद्दे को लेकर केजरीवाल और उनकी टीम आज मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) से मुलाकात करेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने खुलासा किया कि भाजपा के कई सांसदों ने अपने सरकारी आवासों के पते पर 30-40 फर्जी वोट बनाने के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने सवाल उठाया, “जहां पहले केवल 2-4 वोट थे, वहां अचानक इतने वोट कैसे बढ़ गए?”
आप प्रत्याशी अवध ओझा के वोट ट्रांसफर विवाद : पटपड़गंज (Patparganj) से आप प्रत्याशी अवध ओझा (Avadh Ojha) ने दिल्ली में अपने वोट ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था। लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने पहले 7 जनवरी को अंतिम तारीख घोषित की और फिर अचानक 6 जनवरी की समय सीमा तय कर दी। केजरीवाल ने इसे “कानून के खिलाफ” बताते हुए पूछा, “क्या यह आदेश जानबूझकर अवध ओझा को चुनाव से बाहर करने के लिए निकाला गया?”
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग का मैनुअल कहता है कि नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक वोट ट्रांसफर के आवेदन स्वीकार किए जा सकते हैं। 7 जनवरी तक फॉर्म जमा किया गया था, फिर इसे खारिज करने की क्या वजह है?”
भाजपा सांसदों के घरों से ‘फर्जी वोट’ का मामला : केजरीवाल ने आरोप लगाया कि नई दिल्ली विधानसभा (New Delhi Assembly) क्षेत्र में भाजपा सांसदों जैसे प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma), सीपी जोशी (CP Joshi) और अन्य के सरकारी आवासों से 30-40 फर्जी वोट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब सांसद अपने पते पर 11 साल से रह रहे हैं, तो अचानक 15 दिन में इतने नौकर, माली और रसोइये कैसे जुड़े?”
उन्होंने कहा कि यह सब स्थानीय डीएम (District Magistrate) और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हो रहा है।
चुनाव आयोग से उम्मीदें : केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग भाजपा के इस “फर्जीवाड़े” को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि चुनाव आयोग इस मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई करेगा। आप की टीम, जिसमें आतिशी (Atishi), भगवंत मान (Bhagwant Mann), संजय सिंह (Sanjay Singh), और राघव चड्ढा (Raghav Chadha) शामिल हैं, मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर इस मुद्दे को उठाएगी।
दिल्ली चुनावों में फर्जी वोटिंग और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को जनता के सामने रखकर भाजपा को घेरने की कोशिश की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्य चुनाव आयुक्त इस मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं।