नई दिल्ली 11 जनवरी (The News Air) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के राजनीतिक अखाड़े में अब नए खिलाड़ियों की एंट्री हो गई है। एनडीए (NDA) का हिस्सा रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) ने दिल्ली की 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। इस बार न केवल आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस (Congress) बल्कि कई छोटे दल भी चुनावी दंगल में अपना दमखम दिखाने के लिए उतर चुके हैं।
आरपीआई (अठावले) के उम्मीदवार: कौन कहां से लड़ेगा? : रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) ने 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इन उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल प्रमुख नाम और उनकी सीटें हैं:
- सुलतानपुर माजरा (Sultanpur Majra): लक्ष्मी
- कोंडली (Kondli): आशा कांबले
- तीमारपुर (Timarpur): दीपक चावला
- पालम (Palam): वीरेंद्र तिवारी
- नई दिल्ली (New Delhi): शुभी सक्सेना
- पटपड़गंज (Patparganj): रणजीत
- लक्ष्मी नगर (Laxmi Nagar): विजय पाल सिंह
- नरेला (Narela): कनहिया
- संगम विहार (Sangam Vihar): तेजिंदर सिंह
- सदर बाजार (Sadar Bazar): मनीषा
- मालवीय नगर (Malviya Nagar): राम नरेश निषाद
- तुगलकाबाद (Tughlakabad): मंजूर अली
- बदरपुर (Badarpur): हर्षित त्यागी
- चांदनी चौक (Chandni Chowk): सचिन गुप्ता
- मटिया महल (Matia Mahal): मनोज कश्यप
BSP और AIMIM की चुनावी रणनीति
- बसपा (BSP): बहुजन समाज पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। मायावती (Mayawati) की रैलियां जल्द ही दिल्ली में शुरू होंगी।
- एआईएमआईएम (AIMIM): असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के नेतृत्व में एआईएमआईएम मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में 10 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर रही है।
दिल्ली का सियासी समीकरण : दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी 2025 को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार तीसरी बार सत्ता बचाने की कोशिश में जुटी है, जबकि BJP 27 साल बाद दिल्ली में वापसी की उम्मीद कर रही है। कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए संघर्षरत है।
नई पार्टियों की एंट्री : दिल्ली के चुनावी मैदान में नई पार्टियां भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
- भारतीय लिबरल पार्टी (BLP): अमेरिका से लौटे चिकित्सक मुनीश कुमार रायजादा ने नई दिल्ली (New Delhi) सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
NDA का दांव: आरपीआई (अठावले) : एनडीए के हिस्से के रूप में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) का दिल्ली चुनाव में शामिल होना BJP के लिए फायदेमंद हो सकता है। पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन कर दिल्ली में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।
क्या कहता है चुनावी माहौल? – दिल्ली की राजनीति में इस बार मुख्य मुद्दे हैं:
- रोजगार और महिला सुरक्षा (Employment and Women Safety)
- शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं (Education and Healthcare)
- प्रदूषण और सार्वजनिक परिवहन (Pollution and Public Transport)
- मुफ्त योजनाएं बनाम बजट घाटा (Free Schemes vs Fiscal Deficit)
दिल्ली चुनाव 2025 में छोटे दलों की भागीदारी और एनडीए के सहयोगियों का सक्रिय होना राजनीतिक समीकरण बदल सकता है। आरपीआई (अठावले), बसपा, और एआईएमआईएम जैसे दल दिल्ली के मुख्य दलों के लिए चुनौती बन सकते हैं। अब देखना यह है कि क्या AAP अपनी पकड़ बनाए रख पाएगी या BJP और कांग्रेस की रणनीतियां चुनावी नतीजों को नया मोड़ देंगी।
चुनाव के दिन करीब आते ही दिल्ली का सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है। जनता का फैसला 8 फरवरी को सामने आएगा।