नई दिल्ली (New Delhi), 08 जनवरी (The News Air): इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and IT) ने 7 जनवरी, 2025 को इंडिया हैबिटेट सेंटर (India Habitat Centre) में शिकायत अपील समिति (GAC) पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और जवाबदेह इंटरनेट का माहौल बनाना और हितधारकों की चिंताओं को दूर करना था।
इस आयोजन में जीएसी (GAC) के सदस्य, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के प्रतिनिधि, और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत शिकायत निवारण ढांचे को मजबूत बनाने पर चर्चा की गई।
श्री एस. कृष्णन का बयान: कुशल शिकायत निवारण का महत्व : इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव श्री एस. कृष्णन (S. Krishnan) ने उद्घाटन भाषण में कहा,
“इंटरनेट पर विश्वास तभी कायम हो सकता है जब शिकायतों का कुशल और तेज़ निवारण हो। जीएसी का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं की समस्याओं का समाधान त्वरित और पारदर्शी तरीके से करना है।”
उन्होंने बताया कि शिकायत अपील समिति (GAC), मध्यस्थों और उपयोगकर्ताओं के बीच एक भरोसेमंद पुल का काम कर रही है।
जीएसी: सुरक्षित इंटरनेट की ओर एक बड़ा कदम : शिकायत अपील समिति (GAC) की स्थापना सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य इंटरनेट को अधिक सुरक्षित, विश्वसनीय और जवाबदेह बनाना है।
जीएसी की प्रमुख उपलब्धियां:
- अब तक 2,322 अपीलें प्राप्त हुईं, जिनमें से 2,081 का निपटारा हो चुका है।
- 1,214 आदेशों के तहत 980 अपीलकर्ताओं को राहत दी गई।
- प्लेटफ़ॉर्म पर 10,000 उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण, जो बढ़ती जागरूकता और विश्वास को दर्शाता है।
- प्रति माह 300+ अपीलें प्राप्त हो रही हैं, जो इसके प्रभाव और दक्षता को दिखाती हैं।
डिजिटल मध्यस्थों की जवाबदेही में बढ़ोतरी : श्री भुवनेश कुमार (Bhuvnesh Kumar), अतिरिक्त सचिव, MeitY ने कहा कि GAC ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है। डिजिटल मध्यस्थों द्वारा GAC के आदेशों का सक्रिय अनुपालन किया जा रहा है, जो एक जिम्मेदार इंटरनेट इकोसिस्टम के निर्माण में मदद कर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती जागरूकता के कारण अधिक लोग शिकायत निवारण मंच का उपयोग कर रहे हैं, जिससे डिजिटल इंडिया पहल को मजबूती मिल रही है।
जीएसी कैसे काम करता है? : जीएसी, एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म (https://gac.gov.in) के माध्यम से संचालित होता है। उपयोगकर्ता यहां अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, उनकी स्थिति की जांच कर सकते हैं, और समय पर अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्लेटफॉर्म का लक्ष्य अपीलों का समाधान 30 दिनों के भीतर करना है। जीएसी, उपयोगकर्ताओं को एक तेज, पारदर्शी और कुशल शिकायत निवारण प्रक्रिया प्रदान करता है।
डिजिटल इंडिया और GAC का भविष्य : डिजिटल इंडिया पहल के तहत GAC, एक सुरक्षित और समावेशी डिजिटल माहौल के निर्माण में एक अहम भूमिका निभा रहा है। मंत्रालय ने भरोसा दिलाया है कि यह ढांचा और मजबूत होगा, ताकि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के अधिकारों और हितों की रक्षा की जा सके।
नोट: जीएसी ने इंटरनेट को सुरक्षित और जवाबदेह बनाने के लिए जो प्रयास किए हैं, वे डिजिटल भविष्य की दिशा में एक ठोस कदम हैं। यह पहल न केवल उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाती है, बल्कि इंटरनेट को भरोसेमंद और पारदर्शी बनाने में भी मदद करती है।