असम, 08 जनवरी (The News Air) : असम (Assam) के दीमा हसाओ जिले (Dima Hasao District) के एक सुदूर औद्योगिक शहर उमरंगसो (Umrangso) में फंसे खनिकों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने एक विशेष टीम तैनात की है। यह टीम अत्याधुनिक उपकरणों और गहरे पानी में गोताखोरी (Deep Diving) में विशेषज्ञता के साथ मौके पर पहुंची है।
रेस्क्यू टीम की खासियत: इस बचाव अभियान के लिए भारतीय नौसेना की टीम में:
- 1 अधिकारी और 11 नाविक शामिल हैं।
- क्लीयरेंस डाइवर्स (Clearance Divers): ये गहरे पानी में खोज और बचाव कार्य में कुशल हैं।
- अत्याधुनिक उपकरण:
- डाइविंग गियर (Diving Gear): गहरे पानी में काम करने के लिए।
- ROV (Remote Operated Vehicle): पानी के भीतर खोज और बचाव के लिए।
यह टीम 7 जनवरी 2025 को विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) से भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के विमान द्वारा घटनास्थल पर पहुंची।
बचाव अभियान का समन्वय: इस रेस्क्यू मिशन में भारतीय नौसेना ने अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय किया है, जिनमें:
- भारतीय सेना (Indian Army): जमीनी सहायता के लिए।
- एनडीआरएफ (NDRF): आपदा प्रबंधन में विशेषज्ञता।
- स्थानीय प्रशासन (Local Administration): स्थानीय नागरिकों की मदद और प्रबंधन।
ऑपरेशन की प्रगति: गहन खोज और बचाव कार्य जारी है। घटनास्थल पर सभी संबंधित एजेंसियां नियमित रूप से जानकारी साझा कर रही हैं ताकि बचाव कार्य तेज और प्रभावी हो। नौसेना के क्लीयरेंस डाइवर्स और ROV उपकरण की मदद से खनिकों के स्थान का पता लगाया जा रहा है।
भारतीय नौसेना का संकल्प: भारतीय नौसेना संकट के समय में हमेशा तत्पर रहती है। यह मिशन न केवल नौसेना की तकनीकी दक्षता को दर्शाता है, बल्कि आपात स्थितियों में जीवन रक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी प्रमाणित करता है।
रेस्क्यू ऑपरेशन क्यों है महत्वपूर्ण?
- मानव जीवन की रक्षा: फंसे हुए खनिकों को सुरक्षित निकालने का लक्ष्य।
- तेज प्रतिक्रिया: समय पर नौसेना और वायुसेना की तैनाती।
- तकनीकी श्रेष्ठता: उन्नत उपकरणों और कुशल डाइवर्स की मदद से बचाव कार्य।