हाल ही में, ओपनएआई (OpenAI) की पॉपुलर एआई सेवा चैटजीपीटी (ChatGPT) ने अचानक से आउटेज का सामना किया, जिससे दुनियाभर में उपयोगकर्ता प्रभावित हुए। इस आउटेज के दौरान, चैटजीपीटी ने करीब 5 घंटे तक सेवाएं प्रदान नहीं कीं, जिससे व्यक्तिगत और व्यवसायिक उपयोगकर्ता निराश हुए।
आउटेज की वजह से क्या हुआ?
ओपनएआई ने इस घटना के पीछे तकनीकी खामियों को जिम्मेदार बताया। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या बड़े पैमाने पर ट्रैफिक या साइबर हमले (जैसे DDOS) के कारण भी हो सकती है। इस दौरान उपयोगकर्ता चैटजीपीटी के विकल्प जैसे गूगल बार्ड (Google Bard) और माइक्रोसॉफ्ट बिंग चैट (Microsoft Bing Chat) का सहारा लेने लगे।
चैटजीपीटी की लोकप्रियता और इसका प्रभाव
चैटजीपीटी, जिसे 2022 में लॉन्च किया गया था, अब 100 मिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार कर चुकी है। इसका उपयोग न केवल सवाल-जवाब के लिए, बल्कि कंटेंट क्रिएशन, कोडिंग और यहां तक कि रिसर्च के लिए भी किया जाता है। ऐसे में इसका ठप होना कई व्यवसायों के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
ओपनएआई का आधिकारिक बयान
ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) ने कहा:
“हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और हमारी टेक्निकल टीम समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए काम कर रही है।”
इसके अलावा, कंपनी ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अपनी इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमता बढ़ाने की बात कही।
एआई सेवाओं पर निर्भरता बढ़ने की चुनौती
यह घटना इस बात को उजागर करती है कि एआई सेवाओं पर हमारी बढ़ती निर्भरता किस हद तक जोखिमपूर्ण हो सकती है। व्यवसाय, एजुकेशन सेक्टर, और व्यक्तिगत उपयोगकर्ता अब एआई सेवाओं को एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में देखते हैं।
क्या होगा आगे?
ओपनएआई ने अपनी सेवाओं को जल्दी ही सामान्य कर लिया, लेकिन यह घटना उपयोगकर्ताओं के लिए एक चेतावनी है कि वे बैकअप विकल्प तैयार रखें।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि ओपनएआई जैसी अग्रणी कंपनियों को अपने सिस्टम को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
हालांकि यह आउटेज अस्थायी था, लेकिन इससे उपयोगकर्ताओं को यह महसूस हुआ कि डिजिटल सेवाओं की निर्भरता के साथ-साथ उनकी विश्वसनीयता भी कितनी अहम है।