बिहार, 18 अक्टूबर (The News Air): केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा आज से शुरू होगी. पहले चरण में यह यात्रा सीमांचल में भागलपुर शुरू होकर कटिहार, पूर्णिया, अररिया और 22 अक्टूबर को किशनगंज पहुंचकर खत्म होगी. हिंदू जनजागरण और एकजुटता का लक्ष्य लेकर सीमांचल के इलाके में गिरिराज सिंह की यात्रा को लेकर सियासी उबाल पैदा हो गया है.
यात्रा शुरू करने से पहले गिरिराज सिंह सुबह 9 बजे भागलपुर के बाबा बूढ़ानाथ मंदिर पहुंचकर पूजा और हवन करेंगे. हवन के बाद उनकी पद यात्रा शुरू होगी. भागलपुर जिला स्कूल में यात्रा के तहत पहली जनसभा का आयोजन होगा. भागलपुर में नगर शोभा यात्रा के बाद आज ही शाम केंद्रीय मंत्री कटिहार के लिए रवाना हो जाएंगे.
आज से यात्रा शुरू करेंगे गिरिराज सिंह
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह 18 अक्टूबर से ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ शुरू करने जा रहे हैं. इसका उद्देश्य हिंदू समुदाय को एकजुट करना बताया जा रहा है जिसका विषय है- ‘संगठित हिंदू – सुरक्षित हिंदू’, जिसमें हिंदुओं की एकजुटता पर जोर दिया गया है. यात्रा का पहला चरण 18 अक्टूबर को भागलपुर से शुरू होगा और 22 अक्टूबर को किशनगंज में समाप्त होगा.
यात्रा से पहले गिरिराज सिंह ने कहा, ‘धन, धरती और धर्म के लिए मैंने यह यात्रा शुरू की है. पाकिस्तान में हिंदुओं की दुर्दशा देखकर मैंने 2015 में इस यात्रा की परिकल्पना की थी. मैंने हिंदू के रूप में जन्म लिया था और आजीवन हिंदू ही रहूंगा.’
‘मेरी यात्रा का चुनाव से कोई संबंध नहीं’
उन्होंने कहा, ‘हिंदुत्व की रक्षा करूंगा, भले ही इसके लिए मुझे कोई भी कुर्बानी देनी पड़े.’ उन्होंने कहा कि मुझे किसी पद की कोई चिंता नहीं है. मेरी यात्रा का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है. देश में कहीं ना कहीं चुनाव तो चलता ही रहता है. जिन पांच जिलों में मेरी यात्रा होने वाली है वहां हिंदुओं की स्थिति बेहद खराब है.
‘किशनगंज में हिंदुओं की बेटियों को तंग किया जाता है’
गिरिराज सिंह ने कहा कि मेरी वेदना यह है कि किशनगंज में मंदिर के अंदर गाय का मांस फेंका जाता है. किशनगंज में हिंदुओं की बेटियों को तंग किया जाता है, यही पीड़ा है. हम अपने अस्तित्व को बचाने के लिए यात्रा कर रहे हैं. तेजस्वी यादव खुद यात्रा कर रहे थे, लेकिन अब डर से यात्रा बीच में छोड़कर भाग गए हैं.