बिहार , 04 अक्टूबर (The News Air): बिहार में इन दिनों बाढ़ का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक बिहार से बाढ़ के कारण नुकसान की खबर सामने आ रही है. कहीं बाढ़ से हो रहे कटाव से पक्के मकान पानी में ध्वस्त हो रहे है, तो कहीं लोगों का घर और खेती दोनों ही पानी में डूब गया है. बिहार के कई जिलों में आज भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. ज्यादा पानी के वहाव की वजह से नदी और नाले उफान पर है. प्रशासन भी लगातार राहत बचाव के कार्य में लगा हुआ है.
राज्य जल संसाधन विभाग ने गुरुवार को जारी किए गए नए बुलेटिन में बताया है कि कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा और गंगा सहित राज्य की अधिकांश नदियों का जलस्तर विभिन्न स्थानों पर खतरे से ऊपर बह रहा है. गांगा किनारे बसे करीब 12 जिले बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार की 25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. साथ ही अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त
वहीं, गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा और अन्य नदियों में आई बाढ़ के कारण 18 जिले पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, गोपालगंज, सारण और खगड़िया में लगभग 16.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
नेपाल से छोड़ा जा रहा पानी
बाढ़ के कारण जगह-जगह तटबंधों में कटवा हो रहा है, जिस कारण से लोगों की जिंदगी और ज्यादा मुश्किलों में बीत रही है. बाढ़ के कारण लोगों को खाने-पीने की चीजों के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है. बिहार में बारिश तो नहीं हो रही है, लेकिन फिर भी नेपाल से छोड़े जा रहे पानी की वजह से बिहार के करोड़ों लोगों को बाढ़ की मार झेलनी पड़ रही है. लाखों लोग पलायन को मजबूर हैं.
राहत बचाव में जुटी टीमें
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है, बीते तीन दिन में सीतामढ़ी और दरभंगा जिले में वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने राहत सामग्री पहुंचाई है. बिहार में राहत बचाव के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर के साथ-साथ बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए NDRF की कुल 17 और SDRD की कुल 19 टीमों को तैनात किया गया है.