नई दिल्ली, 20 सितंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सुचारू रूप से अपना कामकाज करने के लिए केंद्र सरकार से सरकारी आवास आवंटित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा नहीं, बल्कि साधन है। अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। लिहाजा वह मुख्यमंत्री के रूप में मिली आवास समेत सभी सुविधाएं जल्द त्याग देंगे। चूंकि ‘‘आप’’ एक राष्ट्रीय पार्टी है और नियमानुसार, हर राष्ट्रीय पार्टी को देश की राजधानी दिल्ली में एक कार्यालय और राष्ट्रीय संयोजक को एक सरकारी आवास मिलता है। देश में कई राष्ट्रीय पार्टियां हैं और उनके राष्ट्रीय संयोजक को कार्यालय के साथ एक सरकारी आवास मिला भी है। उन्होंने कहा कि 10 साल दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के बावजूद अरविंद केजरीवाल के पास अपना कोई घर नहीं है। इसलिए पार्टी आवास एवं शहरी मामलों के नोडल मंत्रालय को पत्र भी लिख रही है, ताकि जल्द से जल्द एक सरकारी आवास आवंटित हो सके।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से पूरे देश में एक बात साबित हो गई है कि केजरीवाल को सीएम की कुर्सी, पद या पावर का लालच नहीं है। उन्हें सिर्फ देश की राजनीति में नैतिकता और मर्यादा का लालच है। केजरीवाल ने इसी नैतिकता और मर्यादा को ऊपर रखते हुए अपनी ईमानदारी की अग्निपरीक्षा देने का फैसला दिया। हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां एक चपरासी भी अपनी नौकरी से इस्तीफा नहीं देता और अपनी कुर्सी से चिपका रहता है। इस कलयुग में अरविंद केजरीवाल ने दो बार मर्यादा और नैतिकता को मानते हुए अग्निपरीक्षा दी और दो बार मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया। पहली बार उन्होंने 49 दिन की सरकार चलाने के बाद नैतिकता और मर्यादा को महत्व देते हुए इस्तीफा दे दिया था।
राघव चड्ढा ने कहा कि किसी संविधान, कानून या कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा। लेकिन उन्होंने जनता की अदालत को चुना है। आज एक साधारण सा दिल्ली का पार्षद जब अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करता है तो इतने समय में ही वह अपने लिए बड़ी गाड़ियां, बड़े महल, कोठियां, जमीन और संपत्ति बना लेता है। ऐसे कई उदाहरण हैं, कभी जो काउंसलर बनने के समय स्कूटर पर प्रचार करते थे, वो आज बीएमडब्ल्यू में घूमते हैं और दो-तीन हजार गज की कोठी में रहते हैं। दूसरी तरफ, अरविंद केजरीवाल इस राजनीति में नैतिकता, ईमानदारी, मर्यादा और शुद्धता का उदाहरण हैं कि 10 साल से ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहने के बाद भी आज उनके पास अपना घर या संपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपना घर न होने के कारण सरकारी निवास छोड़ने के बाद एक दूसरे निवास स्थान में रहने के लिए जाएंगे। वह बतौर मुख्यमंत्री मिलने वाली अपनी सारी सुविधाओं का त्याग करके जनता की अदालत में जाएंगे। क्योंकि यह लड़ाई सत्ता बदलने की नहीं, व्यवस्था बदलने की है।
राघव चड्ढा ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस देश में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली पार्टी है। 10 साल में हमें राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला। कानून के अनुसार, जब किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया जाता है तो उसे दो साधन दिए जाते हैं। पहला, उसे अपना काम करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यालय दिया जाता है। दूसरा, राष्ट्रीय पार्टी के संजोयक को एक सरकारी आवास दिया जाना चाहिए। इस देश में समय-समय पर कई राजनैतिक पार्टियां बनीं और उनके राष्ट्रीय संजोयजक को दिल्ली में एक सरकारी आवास दिया गया। यह सब चुनाव आयोग के कानून के तहत होता है। आज उसी कानून का हवाला देते हुए हम केंद्र सरकार से विनती करेंगे कि मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक सरकारी आवास दिया जाए।
राघव चड्ढा ने कहा कि देश की राष्ट्रीय पार्टियों को कानूनन यह साधन देने का प्रावधान इसलिए दिया गया, क्योंकि एक राष्ट्रीय पार्टी को चलाने के लिए एक तंत्र चाहिए और कुछ साधन चाहिए होते हैं। देश भर से हजारों लोग मिलने आते हैं, चिट्ठियां लिखी और भेजी जाती हैं। संवाद करने के लिए पत्रकार और देशभर से लोग आते हैं। इसलिए इन साधनों की व्यवस्था की जाती है। इसमें से एक साधन हमारी पार्टी का राष्ट्रीय कार्यालय भी है। जब गुजरात के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक बने और हमारा वोट प्रतिशत अच्छा आया, तब हमारी पार्टी एक राष्ट्रीय दल बन गई। लेकिन करीब दो साल की लंबी लड़ाई और कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद केंद्र सरकार ने हमें यह कार्यालय दिया। इस बार मैं केंद्र सरकार से आग्रह करूंगा कि बिना किसी देरी और राजनीतिक हस्तक्षेप के, कानून का पालन करते हुए, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक साधन के रूप में सरकारी आवास दिया जाए। इस पर उनका और आम आदमी पार्टी का पूरा हक है।
राघव चड्ढा ने कहा कि इस देश में करीब 6 राष्ट्रीय पार्टियां हैं। भाजपा, जिसके अध्यक्ष जेपी नड्डा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते एक सरकारी आवास दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बसपा की अध्यक्षा मायावती, सीपीएम और एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्षों को दिल्ली में सरकारी आवास मिला हुआ है। इसलिए हम चाहते हैं कि देश की छठीं राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते आम आदमी पार्टी को भी जो साधन मिलने चाहिए, वे मुहैया कराए जाएं। इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी आवास और शहरी मामलों के नोडल मंत्रालय को पत्र लिख रही है। हम अनुरोध करेंगे कि अरविंद केजरीवाल को जल्द से जल्द यह साधन मुहैया कराए जाएं। उम्मीद है कि हमें सरकारी आवास लेने के लिए लंबी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ेगी और केंद्र सरकार राजनीति से प्रेरित फैसले नहीं लेगी। चूंकि अरविंद केजरीवाल को अपना आवास खाली करना है। इसलिए जल्द से जल्द जो हमारा अधिकार है, वह हमारी पार्टी को दिया जाए।