नई दिल्ली, 18 सितंबर,(The News Air): बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय काफी समय से फिल्मी दुनिया से दूर हैं। हालांकि अब वो बिजनेस में अपना ध्यान लगा रहे हैं। एक्टर ने राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘कंपनी’ से अपने करियर की शुरुआत की थी जिसके लिए उनको काफी ज्यादा तारीफ मिली थी। इसके अलावा उन्होंने रोड, युवा और दम जैसी फिल्मों में दमदार प्रदर्शन किया।
इतनी अच्छी ओपनिंग के बावजूद एक्टर का करियर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा। फिल्म ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’में उन्हें नेगेटिव रोल के लिए अवॉर्ड भी मिला। लेकिन इसके बाद उन्हें 14 महीनें कोई काम नहीं मिला।
एक्टिंग छोड़ने का फैसला किया
लेकिन एक समय टॉप के एक्टर रहे विवेक की जिंदगी में एक ऐसा समय भी आया जब उन्हें एक्टिंग छोड़ने का फैसला लेना पड़ा। इस दौरान उनसे कई प्रोजेक्ट भी छीन लिए गए। अब एक इंटरव्यू में विवेक ने अपने उस बुरे दौर के बारे में बात की है जब ब्लॉकबस्टर डेब्यू के बावजूद वो एक-एक फिल्म को तरस गए। इस बीच उन्हें अंडरवर्ल्ड से धमकियां भी मिलीं।
विवेक ने बताया कि उनके प्रोफेशनल चैलेंजेस का असर उनके निजी जीवन और उनसे प्यार करने वाले लोगों पर भी पड़ा। उस समय उन्हें ट्रोलिंग का भी शिकार होना पड़ा।
विवेक को ट्रोलिंग का होना पड़ा शिकार
एंटरटेनमेंट लाइव को दिए इंटरव्यू में विवेक ने कहा,”मेरे केस में बुरा वक्त बहुत ज्यादा दिन तक था। इस दौरान मुझे ट्रोलिंग, सार्वजनिक अपमान तक का सामना करना पड़ा।” मेरे साइन करने के बाद मुझसे प्रोजेक्ट छीन लिए गए और मुझे अंडरवर्ल्ड से धमकियां मिलीं। पुलिस को मुझे मेरी सुरक्षा के लिए एक बंदूकधारी गार्ड और एक बंदूक देनी पड़ी।” इस समय भी मुझे अपने परिवार वालों की चिंता लगी रहती थी क्योंकि मेरे पास अपनी सिक्योरिटी के लिए तो बंदूक थी लेकिन मेरी मां, बहन और पिताजी का क्या। मुझे उनकी सेफ्टी की चिंता होने लगी।
विवेक ने साल 2010 में पूर्व कर्नाटक मंत्री दिवंगत जीवराज अल्वा की बेटी प्रियंका से शादी की। इनके दो बच्चे एक बेटा और बेटी है। विवेक अक्सर अपने परिवार के साथ की तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हैं।






