नई दिल्ली, 06 अगस्त (The News Air): बांग्लादेश के हालात पर दिल्ली में सर्वदलीय बैठक हुई है। वहां मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बन रही है। शेख हसीना जिस प्लेन से हिंडन आई थीं, वह उड़ गया है। हालांकि हसीना अभी भारत में ही हैं। किसी भी देश ने उन्हें शरण देने की पेशकश नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने पूछा कि क्या बांग्लादेश संकट में बाहरी हाथ है? विपक्ष सरकार के जवाब से संतुष्ट था।
बांग्लादेश संकट के चलते दिल्ली में हलचल तेज है। सुबह 10 बजे बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा नेता राम गोपाल यादव, टीएमसी से सुदीप बंदोपाध्याय, जेडीयू से ललन सिंह पहुंचे हैं। भारत में बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। फिलहाल पूर्व पीएम शेख हसीना भारत में हैं। आज सुबह हिंडन से बांग्लादेश एयरफोर्स का प्लेन वापस लौट गया, जो कल शेख हसीना को लेकर आया था। बांग्लादेश में हसीना के करीबियों के घर छापे मारे जा रहे हैं। 24 घंटे में हालात काफी खराब हो गए हैं।
यह कुछ-कुछ अंतरिम पीएम जैसा पद है।
सबसे ज्यादा खतरा वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं को है, जिन्हें अब निशाना बनाया जा रहा है। इससे पहले, पीएम पद से इस्तीफा देने के लिए बांग्लादेश की सेना ने शेख हसीना को केवल 45 मिनट दिए थे। इसी दौरान तख्तापलट की पटकथा लिखी गई। हसीना ने फौरन देश छोड़ने का फैसला किया। सेना के हेलिकॉप्टर ने उन्हें त्रिपुरा में एक लोकेशन पर छोड़ा। वहां से वह बांग्लादेश एयरफोर्स के ही एक प्लेन से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचीं। वहां भारत के एनएसए अजीत डोभाल उनसे मिले। इसके बाद हसीना को सेफ हाउस में रखा गया है। कहां? इसकी जानकारी कुछ ही लोगों को है। शेख हसीना फिलहाल भारत में ही रुक सकती हैं। बांग्लादेश की सेना नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बना रही है। यह कुछ-कुछ अंतरिम पीएम जैसा पद है।
बांग्लादेश की शेरपुर जेल से भागे खूंखार आतंकी
बांग्लादेश में शेरपुर जिले की एक जेल से सभी 518 कैदी भाग गए हैं। कल शाम भीड़ जेल में घुस गई थी और मौके का फायदा उठाकर कैदी फरार हो गए। यह हमला कल शाम 4।30 से 5।30 बजे के बीच हुआ। कई हथियार और जरूरी चीजें भी लूटी गई हैं। खबर है कि 10-15 खूंखार आतंकवादी भी जेल से भाग गए हैं। इधर, भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी रखी जा रही है। BSF को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि दस्तावेजों की छानबीन सख्ती से की जाए। बांग्लादेश हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीमा पर घुसपैठ नहीं होने दी जाएगी। भारत और बांग्लादेश के बीच आयात-निर्यात बंद कर दिया गया है।
बांग्लादेश दूसरा पाकिस्तान बनने जा रहा। शेख हसीना के बेटे
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजिद जॉय ने कुछ देर पहले बातचीत में आज बताया कि उन्होंने सुबह अपनी मां से बात की है। वह बांग्लादेश की जनता से काफी दुखी हैं। जॉय ने कहा कि बांग्लादेश में जो हुआ बहुद दुखद हुआ। बांग्लादेश दूसरा पाकिस्तान बनने जा रहा है। उन्होंने अल्पसंख्यकों पर हमलों का भी इशारा किया है। बांग्लादेश में कोई कानून नहीं रहा। वाजिद ने यह भी कहा है कि परिवार अभी बांग्लादेश नहीं जाएगा। आपको बता दें कि शेख हसीना इस समय भारत में ही सेफ जगह पर हैं। वह किसी दूसरे देश जा सकती हैं।
कौन हैं मोहम्मद यूनुस जिन्हें मिली बड़ी जिम्मेदारी
– बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार बनाया गया है। उनका जन्म ब्रिटिश इंडिया में 1940 में हुआ था।
– वह एक बैंकर और अर्थशास्त्री हैं। उन्हें 2006 में Nobel Peace Prize मिला। उन्होंने ग्रामीण बैंक की स्थापना की है।
– देश में उनकी अच्छी रेपुटेशन हैं शायद इसीलिए अब चुनाव से पहले अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर सेना और नेताओं में उनके नाम पर आम सहमति बनी है।
– कुछ घंटे पहले यूनुस ने कहा था कि जब प्रोटेस्ट को लेकर भारत कहता है कि यह आंतरिक मामला है तो मुझे दुख होता है। अगर भाई के घर में आग लगी हो तो मैं कैसे कह सकता हूं कि यह उसका निजी मामला है।
– यूनुस को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोध का भी सामना करना पड़ा था। हाल में भ्रष्टाचार के एक मामले में उन्हें दोषी ठहराया गया था। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताया था।
नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस होंगे बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री!
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। चर्चा है कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री प्रोफेसर डॉ। मुहम्मद यूनुस को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों से जुड़े लोगों ने आज यह जानकारी दी है। छात्र आंदोलन के समन्वयक नाहिद इस्लाम ने ज़ी न्यूज़ के बांग्लादेश संवाददाता को बताया, ‘अंतरिम सरकार के गठन की रूपरेखा तैयार करने में हमें 24 घंटे लगे। लेकिन तात्कालिक स्थिति को देखते हुए मैं अभी रूपरेखा की घोषणा कर रहा हूं। हमारा निर्णय है कि डॉ। मुहम्मद यूनुस की मुख्य भूमिका में अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। हमने उनसे बात की है, वह जिम्मेदारी लेने के लिए सहमत हो गए हैं।’ इस तरह से देखें तो मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के पीएम बन सकते हैं।
पाकिस्तान की राह पर बांग्लादेश, कितने हिंदू रहते हैं वहां
बांग्लादेश के हालात अब पाकिस्तान की तरह होते जा रहे हैं, जहां हिंदुओं को टारगेट किया जाना आम बात हो चुकी है। वे या तो कन्वर्ट हो रहे हैं या जान गंवा रहे हैं। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब 1 करोड़ से ज्यादा हिंदू असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पड़ोसी देश की आबादी करीब 18 करोड़ है और इसमें 91 फीसदी मुसलमान रहते हैं। इस तरह से देखें तो 16 करोड़ मुस्लिम, 1।31 करोड़ हिंदू, 10 लाख बौद्ध, करीब 5 लाख ईसाई और अन्य रहते हैं। अब हिंदू मंदिरों, घरों और दुकानों पर हमले हो रहे हैं। वहां से कई हिंदुओं के खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहे हैं। सवाल यह है कि उन्हें कौन बचाएगा? संभावना यह भी है कि हिंदू समुदाय भारत की तरफ पलायन कर सकता है।
भारत को अलर्ट रहना होगा, क्यों आगाह कर रहे एक्सपर्ट?
भारत सरकार के सूत्रों ने कहा है कि ढाका में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम पर नई दिल्ली करीबी नजर रखे हुए है। ढाका में भारत के उच्चायुक्त रह चुके पंकज सरन ने आगाह किया है कि संकट के मद्देनजर भारत को सीमा पर बहुत सतर्क रहना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा है कि नई दिल्ली सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहेगी। बांग्लादेश में भारत के पूर्व उच्चायुक्त सरन ने कहा कि कुछ कहा नहीं जा सकता कि पड़ोसी देश में कब हालात सुधरेंगे। उन्होंने कहा, ‘हमें बांग्लादेश के अंदर विभिन्न राजनीतिक ताकतों के बीच संतुलन बनाने को लेकर बस इंतजार करना होगा।’
बांग्लादेश में अब तक क्या-क्या हुआ
– बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद हैं।
– शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया। राष्ट्रपति ने यह टिप्पणी बंगभवन में तीनों सेनाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में कई राजनीतिक दलों के नेताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान की।
– बाद में राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उन्हें अपना त्यागपत्र सौंप दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘संसद को भंग करके यथाशीघ्र अंतरिम सरकार बनाने का निर्णय लिया गया है। सेना भी मौजूदा अराजक स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कदम उठाएगी।’ उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार जल्द से जल्द आम चुनाव कराएगी।
– बांग्लादेश में रात 12 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहा। सेना प्रमुख वकार-उज-जमां बहुत जल्द छात्रों और शिक्षकों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे।
– शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ते ही कट्टरपंथी-उपद्रवियों और प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने उनके घर पर हमला बोल दिया। उनके सामान को लूट लिया गया। पुरुषों की भीड़ महिलाओं के कपड़े भी ले गई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग कुर्सी, मछली, कपड़े, टेबल जैसी चीजें ले जाते दिख रहे हैं। उनके घर में प्रदर्शनकारियों ने बिरयानी खाई और पूर्व पीएम के बेड को तहस-नहस कर दिया।
– उधर बांग्लादेश को आजादी दिलाने वाले शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर्रहमान की आदमकद प्रतिमा को भी तोड़ दिया गया है।
– प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शेख हसीना का विमान कल दोपहर बाद लंदन जाने की योजना के तहत गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा। हसीना बांग्लादेश वायुसेना के एक C-130 जे सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं।
– हसीना के विमान के एयरबेस पर उतरने के कुछ समय बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने उनसे मुलाकात की। माना जाता है कि हसीना को बांग्लादेश के घटनाक्रम पर भारत के रुख से अवगत कराया गया।
– उम्मीद है कि विदेश मंत्री एस। जयशंकर आज पड़ोसी देश के हालात पर संसद में बयान देंगे। इसके अलावा, जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बांग्लादेश में तेजी से बदल रहे हालात के बारे में जानकारी दी। – बताया जा रहा है कि जयशंकर ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी घटनाक्रम से अवगत कराया।
– बताया जा रहा है कि हसीना को किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है और मंगलवार तड़के तक वह भारत में ही थीं। सूत्रों ने बताया कि हसीना की योजना लंदन जाने की थी। हालांकि, कुछ मुद्दे सामने आए हैं, जिससे उनकी मूल योजना में कुछ अनिश्चितता है।
– वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने लंदन में कहा कि बांग्लादेश के लोग पिछले कुछ सप्ताहों की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण एवं स्वतंत्र जांच के हकदार हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘अब सभी पक्षों को हिंसा को समाप्त करने, शांति बहाल करने, तनाव कम करने और अधिक जान-माल की हानि को रोकने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है।’
– संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेश की स्थिति पर बहुत करीबी नजर रख रहा है।






