एडब्ल्यूएफआईएस स्पेस सॉल्यूशंस का आईपीओ निवेश के लिए 22 मई को खुल गया है। इस इश्यू में 27 मई तक निवेश किया जा सकता है। कंपनी का आईपीओ 598.93 करोड़ रुपये का है। इसमें ऑफर फॉर सेल 470.9 करोड़ रुपये का है। कंपनी 128 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। यह कंपनी स्पेस सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है। यह फ्लेक्सिबल वर्कप्लेस सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाली इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी है। यह इंडिविजुअल डेस्क से लेकर स्टार्टअप्स, एसएमई और बड़ी कंपनियों के लिए कस्टमाइज्ड ऑफिस स्पेस प्रोवाइड करती है। बड़ी कंपनियों में बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी शामिल हैं।
दिसंबर 2023 तक AWFIS Space Solutions देश के 16 शहरों में 169 सेंटर थे। इन शहरों में दिल्ली, मुंबई, पुणे, जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, नागपुर, कोच्चि, गुड़गांव, नोएडा, कोलकाता, चंडीगढ़ शामिल हैं। इनमें बैठने के लिए कुल 1,05258 सीटें हैं। यह सॉल्यूशंस एक क्लाइंट के एक घंटे से लेकर कई साल की जरूरत के लिए हो सकते हैं। कंपनी कंस्ट्रक्शन और फिटआउट सर्विसेज (Awfis Transform) और फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज (Asfis Care) उपलब्ध कराती है।
AWFIS के दो रेवेन्यू मॉडल्स हैं
1. स्ट्रेट लीज मॉडलः स्पेस ओनर्स कुछ शर्तों के साथ फ्लेक्सिबल वर्कप्लेस ऑपरेटर्स (Awfis) को सीट लीज पर देते हैं। इनमें फिक्स्ड रेंट, मेंटेनेंस, सिक्योरिटी डिपॉजिट, लीज पीरियड और रेट में वृद्धि के प्लान शामिल होते हैं।
2. मैनेजेरियल एग्रेगेशन मॉडल (MA): इसमें स्पेस ओनर एक पार्टनर बन जाता है। इसमें फिट-आउट इंफ्रास्ट्रक्चर, बार-बार होने वाले पूंजीगत खर्च शामिल होते हैं। इसमें मिनिमम गारंटी के साथ फिक्स्ड मंथली रेट आदि शामिल होते हैं।
इंडिया में फ्लेक्सिबल वर्कप्लेसेज में सीटों की डिमांड पिछले 3-4 साल में 30-40 फीसदी की दर से बढ़ रही है। 2026 तक टियर 2 शहरों में सीटों की मांग 85-90 वर्ग फीट तक पहुंच जाने का अनुमान है। यह दिसंबर 2023 में सप्लाई का 1.7 गुना है। चूंकि यह कंपनी इस इंडस्ट्री की सबसे बड़ी प्लेयर है, जिससे वह इस ग्रोथ का सबसे ज्यादा फायदा उठाने की स्थिति में होगी।
कंपनी ने बिजनेस के विस्तार के लिए कुछ नए शहरों की लिस्ट बनाई है। इनमें लखनऊ, गुवाहाटी और विजयवाड़ा शामिल हैं। इससे आने वाले समय में कंपनी को अच्छी ग्रोथ हासिल होगी। यह कंपनी वर्कऑफिसेज को हायर ग्रेड ऑफिसेज में बदलने की सर्विस भी देती है। साथ ही यह मिड-साइज सेंटर्स भी बनाती है। अभी सेंटर्स का औसत आकार 21,388 वर्ग फीट है। इसके मुकाबले नए सेटर्स का अनुमानित आकार 26,000 वर्फ फीट है।
इस आईपीओ की वैल्यूएशन FY26 के अनुमानित रेवेन्यू का दो गुना और अनुमानित अर्निंग्स का 24 गुना है। इसमें आईपीओ से जुटाई जाने वाली रकम शामिल नहीं है। इस क्षेत्र में कोई दूसरी लिस्टेड कंपनी है जिसकी तुलना AWFIS स्पेस से की सकती है। ऐसे में इसकी वैल्यूएशन सही लग रही है। कंपनी पर किसी तरह का कर्ज नहीं है। इसलिए इस इश्यू में निवेश किया जा सकता है।