नई दिल्ली (New Delhi) 21 जनवरी (The News Air): सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए खुशखबरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हाल ही में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी दे दी गई है। इस फैसले से कर्मचारियों की मिनिमम बेसिक सैलरी ₹18,000 से बढ़कर ₹51,480 होने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वृद्धि करीब 186% तक हो सकती है।
अब सवाल यह है कि यह बढ़ा हुआ वेतन कर्मचारियों को कब से मिलेगा और इसके लागू होने में कितना समय लगेगा?
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें कब लागू होंगी? : वर्तमान में देश में 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशों के तहत सैलरी दी जा रही है। यह सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू हुई थीं और इनका कार्यकाल 1 जनवरी 2026 को समाप्त हो जाएगा।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने घोषणा की है कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों को 2025 तक तैयार कर लिया जाएगा। इस सैलरी स्ट्रक्चर को 1 जनवरी 2026 से लागू किया जाएगा। इसका मतलब है कि कर्मचारी फरवरी 2026 से बढ़ा हुआ वेतन पाना शुरू कर देंगे।
पेंशन में भी होगा इजाफा : सिर्फ सैलरी ही नहीं, बल्कि पेंशनर्स को भी इस फैसले से राहत मिलेगी। बढ़ी हुई पेंशन 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगी। इसका सीधा लाभ उन रिटायर्ड कर्मचारियों को मिलेगा जो सरकारी योजनाओं पर निर्भर हैं।
आयोग के सदस्य कब होंगे नियुक्त? : अभी तक 8वें वेतन आयोग के सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि जल्द ही आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी, जो सिफारिशों को अंतिम रूप देंगे।
राज्य सरकार के कर्मचारियों पर असर : यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राज्य सरकारें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को अपनाने के लिए बाध्य नहीं हैं। हालांकि, अधिकांश राज्य सरकारें केंद्र के फैसले के बाद सिफारिशें लागू करती हैं।
उदाहरण के तौर पर, महाराष्ट्र (Maharashtra) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) ने 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को कुछ संशोधनों के साथ लागू किया था। संभावना है कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें भी राज्यों द्वारा अपनाई जाएंगी।
सैलरी स्ट्रक्चर में क्या होंगे बदलाव? : 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 था, जिससे न्यूनतम सैलरी ₹7,000 से ₹18,000 कर दी गई थी। अब 8वें वेतन आयोग में इसे 2.86 करने का प्रस्ताव है, जिससे न्यूनतम सैलरी ₹51,480 तक पहुंच सकती है।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बड़ी राहत साबित होंगी। बढ़ा हुआ वेतन न केवल उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाएगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा। अब सभी की नजरें आयोग की सिफारिशों और इसके लागू होने की प्रक्रिया पर टिकी हैं।
“क्या यह सैलरी बढ़ोतरी कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा उतरेगी?”