14 अक्टूबर को कांग्रेस हाईकमान से बैठक के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार देर रात तक मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच बैठक रात 8 बजे शुरू हुई और तकरीबन 7 घंटे चली। यह मीटिंग तड़के 3 बजे खत्म हुई।
सोमवार को कैबिनेट बैठक में सिद्धू की ओर से हाईकमान को भेजे 13 एजेंडों पर सीएम चन्नी ने कहा कि एजेंडे भले 13 हों या 18, सभी पर काम होगा। सिद्धू हमारे अध्यक्ष हैं और उन्हें मुद्दे उठाने का हक है। सिद्धू के ऊपर हाईकमान हैं और वह उन्हें भी जानकारी देते रहते हैं। पार्टी की विचारधारा पर काम करना हमारी ड्यूटी है। सिद्धू के साथ पिछले दिनों से चल रहे मनमुटाव पर सीएम ने कहा कि सब ठीक है। अगर यकीन नहीं होता तो अगली बैठक में उन्हें भी यहां साथ बैठा लूंगा।
नवजोत कौर ने की सीएम और कैबिनेट की तारीफ
नवजोत सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने बताया कि नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री चन्नी के बीच रात 8 बजे से सुबह 3 बजे तक बैठक हुई। उन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई जो सिद्धू उठा रहे हैं। चन्नी ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो लोगों के बीच जाकर उनकी बात सुनते हैं और बाकी कैबिनेट भी ऐसी ही है। इसलिए पूरी आशा है कि सभी मुद्दों पर काम होगा, जो लोगों के हित में हैं।
पार्टी हाईकमान को भेजा था 12 सूत्रीय एजेंडा
नवजोत सिद्धू ने गुरुवार को हरीश रावत और केसी वेणुगोपाल से बैठक से पहले सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर अपना स्टैंड क्लीयर किया था। इसके बाद उन्होंने राहुल गांधी के साथ भी बैठक की। बैठक के अगले ही दिन उन्होंने हाईकमान को 13 सूत्रीय एजेंडा सौंप दिया और मांग की थी कि इस पर काम होना चाहिए। हाईकमान के आदेश पर नवजोत सिद्धू और चरणजीत चन्नी के बीच बैठक हुई और इस पर विचार विमर्श किया गया।
नवजोत सिद्धू के साथ लंबे समय बाद मुलाकात
नवजोत सिद्धू और चरणजीत चन्नी के बीच दमनदीप उप्पल को अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन को नियुक्ति करने के बाद से दूरियां बढ़ी थीं। इसके बाद से नवजोत सिंह सिद्धू ने नए बने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ भी झंडा उठा लिया था। एजी और डीजीपी की नियुक्ति सही नहीं होने की बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी हरीश रावत, केसी वेणुप्रसाद के बाद राहुल गांधी से बैठक हुई और इसके बाद ही मुख्यमंत्री और नवजोत सिंह सिद्धू की बैठक हुई है। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू सार्वजनिक जगह पर गाली देते हुए भी दिखाई दिए थे और चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की शादी में भी शामिल नहीं हुए थे।