श्रीनगर, 22 सितंबर (The News Air)
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकवाद में लिप्त होने के आरोप में छह कर्मचारियों को राज्य प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त सभी कर्मचारियों पर आतंकवादी संगठनों (Terrorist Groups) से लिंक होने और उनके लिए स्लीपिंग सेल के रूप में काम करने का आरोप है।
बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ सी गई थी। राज्य सरकार आतंकी मंसूबों को फेल करने के लिए सख़्त क़दम उठा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ केंद्र शासित प्रदेश में शासन की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यह एक्शन लिया गया है। जानकारों के अनुसार कमेटी का गठन भारत के संविधान के अनुच्छेद 311(2)(c) के तहत ऐसे मामलों की स्क्रूटनी के लिए कमेटी गठन का प्राविधान है।
विजिलेंस क्लीयरेंस के बिना पासपोर्ट भी नहीं जारी हो रहा-
बीते दिनों जम्मू-कश्मीर राज्य शासन ने आदेश जारी किया था कि किसी भी कर्मचारी का तभी पासपोर्ट जारी किया जाए जिसका विजिलेंस क्लीयरेंस मिल जाए।
जुलाई में भी बर्खास्त किए गए थे 11 कर्मचारी-
जम्मू-कश्मीर में जुलाई में भी 11 कर्मचारियों को शासन ने बर्खास्त किया था। हटाए गए कर्मचारियों में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सैयद सलाहुद्दीन का बेटे भी शामिल था। हटाए गए कर्मचारियों में पुलिस विभाग के भी दो लोग शामिल थे। इन लोगों पर भी आतंकवादी संगठनों के लिए काम करने का आरोप लगा था।