जम्मू कश्मीर में एक हफ्ते के अंदर 4 एनकाउंटर

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जम्मू-कश्मीर,16 जुलाई (The News Air): जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकवादी दहशत फैलाने के लिए सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं. डोडा के देसा क्षेत्र के जंगल में सोमवार रात को एनकाउंटर शुरू हुआ. भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों से एनकाउंट में एक अधिकारी, एक पुलिसकर्मी समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए. दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई है. सुरक्षाबल ने पूरा क्षेत्र घेरा हुआ है और सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है. पिछले एक सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में ये चौथी घटना है. आतंकी घटनाओं के बढ़ने की वजह से सियासी पारा भी चढ़ गया है.

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि डोडा जिले में हमारे सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर हुए कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है. हमारे देश की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि. शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे. मैं लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने और हमें सटीक जानकारी प्रदान करने का आह्वान करता हूं ताकि हम आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर सकें और टेरर इकोसिस्टम तंत्र को बेअसर कर सकें.

9 दहशतगर्दों को किया गया ढेर

भारतीय सेना ने 14 जुलाई को कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया था. इस दौरान उसने तीन आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया था. इससे पहले 8 जुलाई को कठुआ जिले में एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी सड़क पर सेना के काफिले पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें सेना को बड़ा नुकसान पहुंचा था. दहशतगर्दों के हमले से एक जूनियर कमीशन अधिकारी सहित पांच जवान शहीद हो गए और पांच जवान घायल हुए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.वहीं, 6 जुलाई को कुलगाम जिले में दो एनकाउंटर हुए थे. इसमें सुरक्षाबलों को बड़ा सफलता मिली थी और उन्होंने छह आतंकियों को मार गिराया था. इन दोनों एनकाउंटर में दो जवान शहीद हो गए थे. कुल मिलाकर एक सप्ताह में हुए एनकाउंटर में 11 जवानों की जान गई है और 9 आतंकी मारे गए है.

विपक्ष ने केंद्र सरकार पर लगाए ये आरोप

राहुल गांधी ने आतंकी घटनाओं पर कहा, ‘आज जम्मू कश्मीर में फिर से एक आतंकी मुठभेड़ में हमारे जवान शहीद हो गए. शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. एक के बाद एक ऐसी भयानक घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक हैं. लगातार हो रहे ये आतंकी हमले जम्मू कश्मीर की जर्जर स्थिति बयान कर रहे हैं. भाजपा की गलत नीतियों का खामियाजा हमारे जवान और उनके परिवार भुगत रहे हैं. हर देशभक्त भारतीय की यह मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चूकों की पूरी जवाबदेही लेकर देश और जवानों के गुनहगारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे. दुख की इस घड़ी में पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से खड़ा है.’कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सुबह-सुबह जम्मू कश्मीर में एक और आतंकी हमले की बुरी खबर मिली. चार बहादुर जवान और एक अधिकारी शहीद हो गए. सात महीनों में छह आतंकी हमले सरकार के तमाम दावों को खारिज करते हैं. देश जवाब चाहता है. सिर्फ नारों से देश नहीं चला करते. वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सिर्फ जम्मू में पिछले 78 दिनों में 11 आतंकी हमले हुए हैं. यह बिल्कुल नए तरह का घटनाक्रम है. इस मामले में हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सामूहिक रूप से एक जोरदार रिस्पांस देते हुए दिखना चाहिए, लेकिन साथ ही साथ यह सवाल भी पूछा जाना चाहिए: स्वयंभू नॉन बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और स्वघोषित चाणक्य द्वारा किए गए उन सभी बड़े-बड़े दावों का क्या हुआ?मंत्री दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज भी आतंकी हमला हुआ, केंद्र सरकार की कश्मीर नीति पूरी तरह विफल रही है. भाजपा ने चुनी हुई सरकार में रहकर देख लिया, सरकार हटाकर केंद्र शासन लगाकर देख लिया, मगर हालात नहीं सुधरे. न कश्मीरी पंडित भाई वापस बसाए गए और न ही कोई विकास हुआ है.

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