सैन फ्रांसिस्को (San Francisco)15 जनवरी (The News Air): Facebook, Instagram, और Whatsapp जैसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स की पेरेंट कंपनी Meta ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की है। 2025 की शुरुआत में ही मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) के नेतृत्व वाली इस कंपनी ने अपने वर्कफोर्स (Workforce) में से लगभग 3,600 कर्मचारियों को बाहर करने का निर्णय लिया है।
छंटनी का कारण और योजना : Meta ने स्पष्ट किया है कि यह छंटनी परफॉर्मेंस बेस्ड (Performance-Based) होगी। कंपनी के मुताबिक, जिन कर्मचारियों का प्रदर्शन अपेक्षित स्तर का नहीं है, उन्हें हटाकर नए और अधिक योग्य प्रतिभाओं को मौका दिया जाएगा।
- Meta का उद्देश्य है कि कंपनी के अंदर केवल “सबसे मजबूत और प्रभावी टैलेंट” मौजूद हो।
- छंटनी के तहत कुल 5% वर्कफोर्स को हटाया जाएगा।
- सितंबर 2024 तक Meta में 72,400 कर्मचारी काम कर रहे थे।
Microsoft और Google भी कर रहे हैं छंटनी : Meta अकेली कंपनी नहीं है जो छंटनी कर रही है। हाल ही में Microsoft और Google ने भी बड़े पैमाने पर छंटनी की है।
- Microsoft:
- कंपनी ने पिछले हफ्ते लगभग 1% वर्कफोर्स को हटाया।
- मुख्य रूप से खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बाहर किया गया।
- Google:
- Google ने 10% वर्कफोर्स को हटाने की योजना बनाई है।
- छंटनी में मैनेजर (Managerial Roles), डायरेक्टर (Director), और वाइस प्रेसिडेंट (Vice President) जैसे पद शामिल हैं।
- कंपनी ने कुछ भूमिकाओं को पूरी तरह खत्म कर दिया है।
- Google के CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने छंटनी का कारण बढ़ती AI प्रतिस्पर्धा और एफिशिएंसी में सुधार बताया।
Meta छंटनी की मुख्य बातें:
- सपोर्टेड प्लेटफॉर्म्स:
Meta के अंतर्गत Facebook, Instagram, Whatsapp जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स आते हैं। - छंटनी का प्रभाव:
- प्रभावित कर्मचारियों की संख्या: 3,600+
- कंपनी के कुल कर्मचारियों का 5% हिस्सा।
- कर्मचारियों की प्रतिक्रिया:
- छंटनी की खबर से कर्मचारियों में चिंता का माहौल है।
- नए अवसरों की तलाश में कई कर्मचारी सक्रिय हो गए हैं।
Meta की यह छंटनी 2025 के शुरुआत में टेक्नोलॉजी क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और एफिशिएंसी पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत देती है। अन्य दिग्गज कंपनियां जैसे Microsoft और Google भी समान कदम उठा रही हैं। इस बदलाव का उद्देश्य न केवल लागत में कटौती करना है, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए अपनी स्थिति मजबूत करना भी है। टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों को इन परिवर्तनों के लिए तैयार रहना होगा।