Password Leak : डिजिटल युग में जब लोग अपने बैंकिंग (Banking), सोशल मीडिया (Social Media) और ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) से जुड़ी हर जरूरत इंटरनेट से पूरी कर रहे हैं, ऐसे में एक मजबूत पासवर्ड रखना अब केवल विकल्प नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है। Cybernews की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2024 से अब तक 200 से अधिक डेटा ब्रीच (Data Breach) हो चुके हैं, जिनमें कुल 19 अरब (1900 करोड़) पासवर्ड डार्क वेब और हैकर फोरम (Hacker Forums) पर लीक हो चुके हैं।
यह डेटा लीक पहले हुए हाई-प्रोफाइल मामलों जैसे Snowflake और SOCRadar.io से जुड़ा है। Cybernews की रिसर्च टीम ने बताया कि लीक हुए पासवर्ड में केवल 6% ही यूनिक (Unique) थे, जिसका मतलब है कि ज्यादातर लोग एक ही पासवर्ड को बार-बार अलग-अलग अकाउंट्स में इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आदत Dictionary Attack और Brute Force Attack जैसी हैकिंग तकनीकों को बेहद आसान बना देती है।
पासवर्ड की गहराई से जांच
रिसर्च टीम ने OSINT (Open Source Intelligence), CTI (Cyber Threat Intelligence) और विभिन्न स्क्रिप्ट्स (Scripts) के जरिए पासवर्ड की लंबाई, उसमें शामिल अक्षरों के प्रकार, स्पेशल कैरेक्टर्स (Special Characters) और कैपिटल लैटर्स (Capital Letters) की उपस्थिति का विश्लेषण किया। इस शोध में सामने आया कि बीते 12 महीनों में कुल 19,030,305,929 पासवर्ड लीक हुए, जिनमें से 1.14 अरब पासवर्ड यूनिक पाए गए।
यह लीक कितना खतरनाक है?
रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 27% लोग केवल छोटे अक्षर और नंबर से पासवर्ड बनाते हैं। वर्ष 2022 में केवल 1% यूज़र्स ने पासवर्ड में uppercase, lowercase, numbers और special characters का संयोजन इस्तेमाल किया था, जो अब बढ़कर 19% हो गया है, लेकिन यह प्रतिशत अभी भी काफी कम है।
ऐसे बच सकते हैं पासवर्ड लीक से
अपना डेटा चेक करें: किसी भरोसेमंद प्लेटफॉर्म जैसे HaveIBeenPwned पर जाकर जांचें कि आपका ईमेल या पासवर्ड लीक तो नहीं हुआ।
हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड रखें: एक ही पासवर्ड का बार-बार इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है।
पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें: यह सुरक्षित और मजबूत पासवर्ड जनरेट व स्टोर करने में मदद करता है।
Two-Factor Authentication (2FA) ऑन करें: यह आपकी सुरक्षा को दोगुना कर देता है।
12 कैरेक्टर से लंबा पासवर्ड बनाएं जिसमें छोटे-बड़े अक्षर, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर हों।
पर्सनल डिटेल पासवर्ड में न डालें: जैसे जन्मतिथि, नाम या फोन नंबर जैसे जानकारियां पासवर्ड का हिस्सा न बनाएं।
इस रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया है कि डिजिटल पहचान की सुरक्षा अब केवल तकनीकी जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर यूजर की व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी है। 1900 करोड़ पासवर्ड का लीक होना एक साइबर खतरे (Cyber Threat) की गंभीर चेतावनी है, जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।