Lawrence Bishnoi Gang : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक व्यापारी से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने 15 साल के एक नाबालिग को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि आरोपी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य नहीं, बल्कि ‘क्राइम रील्स’ देखकर रंगदारी मांगने वाला एक पोहा स्टॉल चालक है।
फेसबुक मैसेंजर पर दी थी धमकी
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बुधवार को बताया कि निगोही इलाके के व्यापारी रणजीत सिंह ने 31 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्हें ‘ओम सिंह’ नाम के एक फेसबुक मैसेंजर अकाउंट से कॉल आई थी।
कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताया और 50 लाख रुपये की मांग की। पैसे न देने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। शिकायत मिलते ही पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं।
बेंगलुरु में पोहा स्टॉल चलाता है नाबालिग
पुलिस अधीक्षक द्विवेदी ने बताया कि फेसबुक अकाउंट की लोकेशन ट्रैक करने के बाद एक टीम कर्नाटक के बेंगलुरु और दूसरी यूपी के फतेहपुर भेजी गई। स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) की टीम ने बेंगलुरु से 15 वर्षीय लड़के को पकड़ लिया, जो वहां एक पोहा स्टॉल चलाता है।
‘क्राइम रील्स’ देखकर आया आइडिया
शुरुआती पूछताछ में नाबालिग ने कबूल किया कि वह किसी भी गिरोह से जुड़ा नहीं है। उसने बताया कि वह अपने परिवार का समर्थन करने के लिए एक छोटा फूड स्टॉल चलाता है और सोशल मीडिया पर ‘क्राइम रील्स’ देखने के बाद उसके मन में रंगदारी मांगने का ख्याल आया।
किशोर न्याय बोर्ड भेजा गया
अधिकारी ने बताया कि यह नाबालिग मूल रूप से यूपी के फतेहपुर जिले का रहने वाला है और बेंगलुरु में अपने एक रिश्तेदार के साथ रहता था। आरोपी नाबालिग को बुधवार को किशोर न्याय बोर्ड (Juvenile Justice Board) के सामने पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई और भी शामिल है।
मुख्य बातें (Key Points):
- यूपी के शाहजहांपुर में व्यापारी से 50 लाख की रंगदारी मांगने वाला 15 साल का नाबालिग गिरफ्तार।
- आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बनकर फेसबुक मैसेंजर पर धमकी दे रहा था।
- पुलिस ने नाबालिग को बेंगलुरु से पकड़ा, जहां वह पोहा स्टॉल चलाता है।
- नाबालिग ने कबूला कि वह किसी गैंग में नहीं है, ‘क्राइम रील्स’ देखकर धमकी दी थी।






