न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली, 21 अप्रैल
हिचकी, लोग कहते हैं कि जब हमें कोई याद करता है या कोई हमारे बारे में बात करता है तो हमें हिचकी आती है। लेकिन विज्ञान के अनुसार इन बातों का हिचकी से कोई संबंध नही हैं। बल्कि हिचकी छाती और पेट के मध्य स्थित डायफ्राम के सिकुड़ने पर जब फेफड़े तेजी से हवा भीतर की ओर खिंचते हैं तो हमें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इसी के कारण हिचकी शुरू हो जाती है। लेकिन वहीं वास्तव में हिचकी क्यों आती है, इसके पीछे का ठोस कारण अब तक नहीं पता चल पाया है। फिर भी इससे जुड़े कुछ अनुमान हैं जिसे हिचकी आने का कारण माना जाता है।
चलिए जानते हैं क्या है वो कारण-
जल्दी-जल्दी खाना खाने से : जल्दी-जल्दी खाना खाने से गले में खाना फंसने का डर रहता है। इसके अलावा बिना चबाए जल्दी-जल्दी खाने और उसे पानी की मदद से निगलने की कोशिश करते हैं तो भी हिचकी आने लगती है।
जरूरत से ज्यादा खाने पर : अक्सर जब आप जरूर से ज्यादा खा लेते हैं तो इसके कारण भी हिचकी शुरू हो जाती है। अत: लगातार जरूर से ज्यादा नहीं खाना चाहिए।
एसिडिटी के कारण : कई बार एसिडिटी या पेट दर्द के कारण भी हिचकी आने लगती है। वहीं विशेषज्ञों के अनुसार रक्तस्राव व खून की कमी के कारण भी हिचकी आ सकती है। अत: ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बीमारी के कारण से : मेरीसहेलीडाटकाम के मुताबिक हिचकी पुरानी बीमारियों के कारण भी अचनाक शुरू हो सकती हैं। हालांकि ऐसा हर रोगी में नहीं देखा जाता। लेकिन आपको लंबे समय से लगातार हिचकी आ रही है तो यह किसी पुरानी बीमारी के कारण हो सकता है, लेकिन ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।