….केन्द्र ने राज्य सरकारों को कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया
….राज्यों के राजस्व स्रोतों को भी केन्द्र ने अपने नियंत्रण में ले लिया, अब जरूरत के समय में उन्हें अकेले छोड़ दिया
….मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद करने के लिए अंबानी-अडानी के साथ गठबंधन किया, अब फार्मा कंपनियों के साथ मिलीभगत कर देश के लोगों के जीवन के साथ खेल रही है
….कोरोना के टीके केंद्र सरकार को 150रु में मिलते है, तो राज्य सरकार को 400 रु में क्यों दिया जा रहा है?
न्यूज ब्यूरो
चंडीगढ़, 22 अप्रैल
आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्र सरकार पर कई राज्यों को कोविड-19 के टीके और अन्य जरूरी चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराने मैं भेदभाव करने का आरोप लगाया और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा की कोरोना महामारी के समय में भी प्रधानमंत्री मोदी देश के कई राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।
मान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बंगाल चुनाव के अलावा कुछ नहीं दिख रहा है। देश में कोरोना के मामले और मृत्यु दर रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रहे हैं लेकिन बीजेपी के सारे नेता और मंत्री बंगाल चुनाव में व्यस्त हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए राज्यों को अकेले छोड़ दिया है और वैक्सीन के नाम पर झूठा दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों को कोरोना के टीके और अन्य जरूरी चीजें मुहैया कराने में भेदभाव कर रही है। बीजेपी शासित राज्यों को ज्यादा तरजीह दी जा रही है, जबकि अन्य राज्यों को बदनाम करने की नियत से कम संख्या में वैक्सीन और और अन्य चिकित्सीय सामग्री मुहैया कराई जा रही है।
उन्होंने मोदी सरकार पर राज्यों को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों के राजस्व स्रोतों पर अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रण कर लिया है, जिसके कारण कई राज्यों को भीषण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। मान ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार को अभी ज्यादा से ज्यादा फंड की जरूरत है, लेकिन मोदी सरकार राज्यों को फंड उपलब्ध कराने के बजाय राजनीति कर रही है। इस महामारी के समय में राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।
प्रधानमंत्री मोदी पर फार्मा कंपनियों के साथ सांठगांठ का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अडानी-अंबानी के साथ सांठगांठ कर किसानों का जीवन बर्बाद करने की कोशिश की। अब वे फार्मा कंपनियों के साथ समझौता कर आम लोगों के जीवन के साथ खेल रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर राज्यों से वैक्सीन मुहैया कराने के लिए खरीद से तीन गुना ज्यादा पैसा वसूलने का आरोप लगाया। मान ने कहा कि बेहद आश्चर्य की बात है कि केंद्र सरकार कोरोना की एक वैक्सीन ₹150 में खरीदती है और वही वैक्सीन राज्यों को ₹400 में दे रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा की राज्यों को सस्ती कीमत पर टीके उपलब्ध करायी जाए, ताकि राज्य सरकार ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने लोगों को टीके लगा सके और इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।